शिमला – नितिश पठानियां
हिमाचल प्रदेश में दृष्टिबाधितों के संगठन ने राज्य सचिवालय के बाहर एक बार फिर चक्का जाम कर दिया है, जिससे छोटा शिमला क्षेत्र में यातायात प्रभावित हुआ। संघ की मांग है कि वर्षों से लंबित बैकलॉग कोटे की भर्तियों को एकमुश्त भरा जाए। दृष्टिहीन संघ पिछले 548 दिनों से इस मांग को लेकर धरने पर बैठा है, लेकिन सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
संघ के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने बताया कि सरकार से कई दौर की वार्ताएं हो चुकी हैं, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन ही मिला है। उन्होंने आरोप लगाया कि 1995 के बाद से दृष्टिबाधितों के कोटे की भर्तियां नहीं हुई हैं, जबकि सुप्रीम कोर्ट ने भी इन भर्तियों के आदेश दिए हैं।
प्रदर्शनकारियों ने विशेष रूप से सक्षम सशक्तिकरण विभाग की निदेशक किरण भड़ाना के इस्तीफे की मांग की है, उन पर गलत आंकड़े पेश करने और दृष्टिबाधितों के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप लगाए गए हैं।
संघ ने चेतावनी दी है कि जब तक सभी लंबित भर्तियां नहीं की जातीं और विभाग में जवाबदेही तय नहीं होती, आंदोलन जारी रहेगा। यदि जल्द ठोस कदम नहीं उठाए गए तो प्रदेशव्यापी आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी।
इस बीच चक्का जाम के चलते छोटा शिमला क्षेत्र में कुछ समय के लिए यातायात प्रभावित रहा। पुलिस और प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला। हालांकि प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा।