कुल्लू – अजय सूर्या
दिव्यांग जनों की हर संभव सहायता करने के लिए हम प्रयासरत, उपरोक्त वक्तव्य जवाहर नवोदय के प्रधानाचार्य राजेश कुमार ने आश बाल विकास केंद्र द्वारा आयोजित समावेशी कार्यशाला के दौरान कहे।
उन्होंने कहा कि जिस तरह दिव्यांग जनों के विकास एवं सुगम्य वातावरण के लिए साँफिया फाउंडेशन कार्य रहा है वो बेहद सराहनीय है और हम भी दिव्यांगता के क्षेत्र में हर संभव कार्य करने के लिए प्रयासरत रहेंगे।
बता दें कि आज आश बाल विकास केंद्र जो कि संख्या फाउंडेशन का एक उपक्रम है, के सौजन्य से जवाहर नवोदय विद्यालय बंदरोल में एक दिवसीय समावेशी कार्यशाला का आयोजन किया। जिस दौरान विद्यालय के प्रधानाचार्य भी विशेष रूप से उपस्थित रहे ।
कार्यक्रम प्रबंधक बीजू हिमदल ने जानकारी देते हुए बताया की साम्फिया फाउंडेशन 1 अप्रैल 2019 से लेकर आज तक दिव्यांग बच्चों के विकास के लिए कार्य कर रही है। बहुत से बच्चों को एक सरल जीवन प्रदान करने में सफल हुई है। उन्होंने बताया कि फाउंडेशन दिव्यांगता के क्षेत्र में तीन तरह के विशेष कार्यक्रम चला रही है। जिसमें अर्ली इंटरवेंशन प्रोग्राम, थेरेपी ऑन व्हील्स एवं समावेशी कार्यक्रम मुख्य रूप से सम्मिलित है।
पूर्व जवाहर नवोदय विद्यालय के विद्यार्थी एवं ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट डॉ० आर्य एम नें उपस्थित छात्र छात्राओं को अपने जीवन से सबंधित सफलता कहानी को प्रस्तुत किया एवं प्रोफेशनल जीवन में किस तरह से ऑक्यूपेशनल थेरापिस्ट बना जा सकता है और ये प्रोफेशन कैसे जीवन में सार्थक सिद्ध होता है इसके लिये प्रेरित किया।
वहीं इस अवसर पर डॉ श्रुति भारद्वाज निदेशक सांफिया फाउंडेशन नें सभी बच्चों को पैरामीडिकल फील्ड से सबंधित प्रोफेशनल कोर्स के बारे में जानकारी दी तथा थैरेपी व दिव्यांगता के बारे भी जानकारी दी ।
ये रहे उपस्थित
इस अवसर पर विद्यालय की तरफ़ से उप प्रधानाचार्य प्रताप एवं डॉ राज कुमार, गुरविंद्र डोगरा एवं श्रीमती पूनम सेन तथा आश बाल विकास केंद्र से समाज सेविका धनेश्वरी ठाकुर, मनु एवं सनी विशेष रूप से मौजूद रहे।