दिल्ली – नवीन चौहान
दिल्ली के लाल किला बम धमाके की जांच कर रही एनआईए को बड़ी कामयाबी मिली है। एनआईए ने इस मामले में पहली गिरफ्तारी की है। एनआईए ने राष्ट्रीय राजधानी से आमिर राशिद अली नाम के शख्स को दबोचा है।
बताया जाता है कि धमाके को अंजाम देने वाली आई20 कार इसी आमिर के नाम पर रजिस्टर्ड थी। एनआईए ने दिल्ली पुलिस से मामला अपने हाथ में लेने के बाद बड़े पैमाने पर छानबीन करते हुए तालाशी अभियान चलाया, जिसके बाद उसे यह कामयाबी मिली।
एनआईए के मुताबिक आमिर राशिद जम्मू-कश्मीर के पंपोर का निवासी है। आमिर राशिद अली ने हमलावर डा. उमर के साथ मिलकर इस आतंकी हमले की साजिश रची थी। एनआईए ने राशिद को दिल्ली से गिरफ्तार किया है।
दिल्ली पुलिस से मामला अपने हाथ में लेने के बाद एनआईए ने व्यापक तलाशी अभियान चलाया था। एनआईए ने जांच में पाया है कि आमिर राशिद अली के नाम पर हमले में इस्तेमाल की गई हुंडई आई20 कार रजिस्टर्ड थी।
जांच एजेंसी ने बताया है कि आमिर राशिद अली कथित तौर पर उस आई20 कार की खरीद में मदद करने के लिए दिल्ली भी आया था।
एनआईए की फोरेंसिक जांच में कार के धमाके में मरने वाले ड्राइवर की पहचान पुलवामा जिले के निवासी उमर उन नबी के रूप में की है। डा. उमर नबी फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी में सहायक प्रोफेसर के रूप में काम कर रहा था।
वहीं दिल्ली ब्लास्ट केस में एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) ने रविवार को लखनऊ से दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है। आरोपी भाई-बहन हैं, जो पारा इलाके के कुंदन विहार में रहते थे।
सूत्रों का कहना है कि दोनों का ब्लास्ट मामले से कनेक्शन मिला है। अभी आरोपियों का नाम नहीं पता चला है। परिवार के लोग भी सामने नहीं आए हैं। एटीएसदोनों को कहां लेकर गई है, यह भी जानकारी सामने नहीं आई है। एटीएस तीन दिनों से संदिग्धों की रेकी कर रही थी।

