शाहपुर – नितिश पठानियां
हिमाचल प्रदेश अनइंप्लॉयड यूथ फेडरेशन के राज्य संयोजक श्रेय अवस्थी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय सुखविंदर सिंह सुक्खू को एक पत्र लिखकर हाल ही में लाई गई “दो वर्षों के पश्चात दक्षता परीक्षा द्वारा नियमितीकरण” की नीति का विरोध किया है। उन्होंने इसे प्रदेश के युवाओं के साथ एक प्रकार का विश्वासघात करार दिया है।
श्रेय अवस्थी ने कहा कि प्रदेश में वैसे ही सरकारी भर्तियों की गति अत्यंत धीमी है। बीते तीन वर्षों में या तो आयोग का गठन न हो पाने, या चयन प्रक्रिया में निजी कंपनियों से करार न होने जैसे कारणों से युवाओं को बार-बार निराश होना पड़ा है। अब सरकार द्वारा नियुक्ति के दो वर्ष बाद पुनः दक्षता परीक्षा लेने की शर्त ने युवाओं के मनोबल को पूरी तरह तोड़ दिया है।
उन्होंने सवाल किया कि क्या यह नीति सभी श्रेणियों की सरकारी नौकरियों में लागू होगी, या केवल तृतीय श्रेणी कर्मचारियों को ही इसका निशाना बनाया गया है? श्रेय अवस्थी ने सरकार से इस निर्णय को तुरंत वापस लेने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने इस फैसले को रद्द नहीं किया, तो प्रदेश का युवा सड़कों पर उतरकर इसका विरोध करेगा।