सिरमौर – नरेश कुमार राधे
हिमाचल-उत्तराखंड सीमा पर ओवरलोडिंग की लगातार मिल रही शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करते हुए परिवहन विभाग ने मंगलवार तड़के एक विशेष अभियान चलाया। विभाग की तेजतर्रार महिला अधिकारी सोना चंदेल ने इस ऑपरेशन की अगुवाई की, जो सुबह साढ़े तीन बजे से शुरू हुआ और पूरे 12 घंटे तक चला।
कार्रवाई के दौरान विभाग ने कुल 12.50 लाख रुपए का राजस्व एकत्र किया, जिसमें से 4 लाख 13 हजार 500 रुपए की राशि मौके पर ही बतौर जुर्माना वसूल की गई। कार्रवाई के दौरान 19 वाहनों को जब्त किया गया। इस विशेष जांच अभियान की खास बात यह रही कि पहली बार ई-रिक्शा को भी जांच के दायरे में लाया गया।
कार्रवाई के दौरान 14 ई-रिक्शा ऐसे पाए गए जिन के दस्तावेज अधूरे थे। इन्हें भी जब्त किया गया। इसके अलावा लकड़ी से लदे तीन ट्रैक्टर और अन्य राज्यों के दो ऑटो रिक्शा भी जब्त किए गए। यह वाहन बिना वैध अनुमति और आवश्यक कागजात के संचालित हो रहे थे।
परिवहन विभाग को यह शिकायतें लगातार मिल रही थीं कि कई ट्रक निर्धारित 9 टन के परमिट के बावजूद 40 टन तक चूना-पत्थर लादकर आवागमन कर रहे हैं। इन्हीं शिकायतों के मद्देनजर आरटीओ सोना चंदेल ने कार्रवाई की कमान खुद संभाली और तड़के पांवटा साहिब क्षेत्र के लिए रवाना हो गईं।
उन्होंने बताया कि जांच अभियान में बांगरन, बहराल व बाता पुल समेत कई संवेदनशील स्थानों पर वाहन चेकिंग की गई। इस दौरान कुल 72 चालान किए गए, जिनमें से 32 ट्रक ओवरलोडिंग में पाए गए। साथ ही इस पूरी कार्रवाई में विभाग के साथ बैरियर पर तैनात आउटसोर्स सुरक्षा कर्मी भी शामिल रहे, जिन्होंने बीती रात ही नाइट ड्यूटी की थी।
गौरतलब है कि सिरमौर का परिवहन विभाग पूरे प्रदेश में वाहनों की जांच और चालान में अग्रणी माना जा रहा है। वर्ष 2024-25 में विभाग ने केवल चालान के माध्यम से ही 2 करोड़ 56 लाख रुपए का राजस्व अर्जित किया है, जो कि प्रदेश में सबसे अधिक है।
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व भी आरटीओ सोना चंदेल ने हरियाणा सीमा पर आधी रात को एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया था। पूरे सिरमौर जिला में परिवहन विभाग की गतिविधियां नाहन स्थित आरटीओ कार्यालय से संचालित होती हैं, जहां मात्र एक अधीक्षक और एक वरिष्ठ सहायक स्थायी रूप से कार्यरत हैं।