कांगड़ा – राजीव जसवाल
अटल बिहारी वाजपेयी राजकीय महाविद्यालय तकीपुर में आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आईक्यूएसी) एवं रेड रिबन क्लब के संयुक्त तत्वाधान से एंटी ड्रग एब्यूज पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
डॉ. राकेश कुमार सोनी सहायक निदेशक क्षेत्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला धर्मशाला ने वतौर मुख्य वक्ता के रूप में शिरकत की। प्राचार्य डॉ. आर.एस. गिल ने मुख्य वक्ता का महाविद्यालय परिसर में स्वागत किया।
इस अवसर पर डॉ. सोनी ने अपने ओज- पूर्ण भाषण के माध्यम से विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने की सलाह देते हुए कहा कि ड्रग्स ऐसे पदार्थ हैं जो किसी व्यक्ति को मानसिक या शारीरिक स्थिति को बदल देता है।
वह अपने मस्तिष्क के काम करने के तरीके, आपके महसूस, व्यवहार, करने के तरीके, आपकी समझ और आपकी इंद्रियों को प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि ड्रग्स का उपयोग करने से अक्सर व्यक्ति को पहले से मौजूद समस्याओं के अलावा अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं। इसलिए हमें अपने आप को व्यस्त रखना भी जरूरी है तथा हमें इन आदतों से दूर रहना चाहिए।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आर. एस. गिल ने विद्यार्थियों से कहा कि नशा एक ऐसा पदार्थ है जिसके प्रयोग से मानव शरीर खोखला हो जाता है।
शरीर की ताकत नशे की भेंट चढ़ जाने के कारण कैंसर, जिगर का खराब होना, फेफड़े, दिल की बीमारियां, शरीर की कमजोर होना, दस्त कमजोर होना, एड्स, मानसिक रोग आदि की बीमारी शरीर में घर कर सकती है।
अतः अंत में डॉ. आर. एस. गिल ने कहा कि जीवन की कठिनाइयों से उभरने के लिए सेल्फ मैनेजमेंट, अध्यापकों व् माता पिता से सदा अपनी कठिनाइयाँ साझा करके उनके निवारण की ओर बढ़ने की सीख देता है।
ये रहे उपस्थित
इस अवसर पर शिक्षक एवं गैर शिक्षक वर्ग उपस्थित रहा।