शिमला के अस्पताल में महिला की डिलीवरी के बाद मौत, परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया, पुलिस मौके पर पहुंची, पति का रो-रोकर बुरा हाल
शिमला – नितिश पठानियां
शिमला के कमला नेहरू अस्पताल में शुक्रवार सुबह 28 वर्षीय महिला की मौत के बाद हंगामा हो गया। गुरुवार रात 11:17 बजे महिला ने सिजेरियन के जरिये एक स्वस्थ बेटे को जन्म दिया था। परिवार का कहना है कि महिला की हालत सुबह तक सामान्य थी, लेकिन तबीयत खराब होने के बावजूद अस्पताल स्टाफ ने उसे खाना खाने के लिए कहा।
परिजनों का आरोप है कि महिला को भोजन के दौरान सांस लेने में दिक्कत हुई और सुबह करीब 9:00 बजे उसकी मौत हो गई। मौत के बाद अस्पताल परिसर में माहौल तनावपूर्ण हो गया। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। परिवार के सदस्यों का कहना है कि महिला की स्थिति को देखते हुए स्टाफ को अधिक सतर्क रहना चाहिए था।
इस दौरान अस्पताल में काफी देर तक परिजन रोते रहे। पति ने भी रोते रोते अपना दुखड़ा सुनाया। इस दौरान जब अस्पताल के मेडिकल सुपरींटेंडेंट मौके पर आए तो परिजनों ने उन पर सवालों की बौछार लगा दी। इस दौरान मौके पर पुलिस भी पहुंची थी। घटना को लेकर महिला का पति फूट फूट कर रोता रहा।
मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. सुंदर सिंह नेगी के बोल
कमला नेहरू अस्पताल शिमला के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. सुंदर सिंह नेगी ने बताया कि प्राथमिक रूप से यह आशंका है कि महिला का दम घुटने से निधन हुआ होगा, लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की टीम मौत के कारणों की बारीकी से पड़ताल कर रही है।
महिला की डिलीवरी के बाद स्वास्थ्य सामान्य था और रात तक कोई गंभीर समस्या दर्ज नहीं की गई थी। यह उसकी दूसरी डिलीवरी थी और इसके पहले स्वास्थ्य में किसी प्रकार की जटिलता नहीं रही। बच्चे की हालत फिलहाल सामान्य है और वह डॉक्टरों की निगरानी में है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही महिला की मौत का वास्तविक कारण स्पष्ट हो सकेगा।