कुल्लू – आदित्य
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला में हर साल हजारों की संख्या में ट्रैक्टर ट्रेकिंग के लिए लोग विभिन्न स्थानों पर पहुंचते हैं. कई बार ट्रैकिंग रूट पर रास्ता भटकने से कई यात्रियों की जान पर भी बन आती है.
ताजा मामला लगघाटी के भु भू जोत का है. भु भू जोत से डायनासोर झील के बीच जंगलों में 5 मुम्बई के ट्रैकर्स रास्ता भटक गए. इन्हें स्थानीय युवाओं ने कड़ी मशक्कत से रेस्क्यू किया है.
मिली जानकारी के मुताबिक 16 मई को अरछडी के गाइड्स के साथ मुंबई के चार ट्रैकर चिंतन, सागर, साक्षी व नैनी डायनासोर भु भू ट्रैकिंग रूट पर ट्रैकिंग के निकले थे. उनके साथ पोटर दीपक, अमन, नवीत भी थे.
17 तारीख को सभी पांच ट्रैकर और दो गाइड रास्ता भटकने के कारण 2 दिनों तक दुर्गम जंगलों के बीच भूखे प्यासे फंस गए थे. ऐसे में सिग्नल मिलने के बाद सभी पर्यटकों ने स्थानीय प्रशासन को सूचना दी.
उन्होंने बताया कि वे लगघाटी के जंगलों में ढंकार के बीच फंस गए हैं. ऐसे में जिला प्रशासन की तरफ से द लिटल रेबल एडवेंचर्स सर्च एंड रेस्क्यू प्राइवेट लिमिटेड और कुल्लू वैली एडवेंचरस एंड स्पोर्ट्स एसोसिएशन को रेस्क्यू दल के लिए संपर्क किया गया.
7 सदस्यों की टीम ने 4 ट्रैकर्स को रेस्क्यू करने के लिए कड़ी मशक्कत की. इसमें चमन ठाकुर, पिंकू ठाकुर, राहुल, अशोक, मन्नू, रामधन, रविंदर सिंह ने मदद की.
प्रशासन को लेना होगा एक्शन
रेस्क्यू दल के को ऑर्डिनेटर सेवानिवृत्त कैप्टन ताराचंद और शिवराम ने बताया कि एसटीएम कुल्लू विकास शुक्ला की तरफ से जंगलों में फंसे ट्रैकर्स के बारे में सूचना दी गई थी. इन सभी ट्रैकर्स के रेस्क्यू के लिए 7 सदस्य टीम को भेजा गया था और फंसे हुए ट्रकों को खाने-पीने की सामग्री भी भेजी गई थी. उनका कहना था कि प्रशासन की तरफ से इस संबंध में औपचारिकता पूरी की जाए ताकि जो भी गाइड ट्रैकर्स के साथ ट्रैकिंग पर जाते हैं. उनको ट्रैकिंग रूट का ज्ञान हो. मुंबई के पांच ट्रैकर्स और दो स्थानीय कुल्लू के गाइड वीरान जंगल में फंस गए थे. उनकी जान को खतरा हो सकता था. इसे लेकर प्रशासन को दुरुस्त करने की जरूरत है.