रिकांगपिओ, 4 फरवरी – एस पी क्यूलो मथास
जनजातीय जिला किन्नौर के ठंगी गांव में इन दिनों माघ मेला चल रहा है। यह मेला आठ दिन तक चलता है। आस्था और विश्वास के इस मेले को आठ दिन तक अलग-अलग तौर तरीकों व पारम्परिक रूप से मेले को मनाया जाता है।
ठंगी माघ मेले का शनिवार को सातवां दिन था। पर्व के प्रथम दिन स्थानीय देवता रापुक शंकर को मंदिर प्रांगण में लाने से पूर्व उनका व उनके साथ कारदारो का ग्रामीण बर्फ के अठखेलियों से स्वागत करते है।
मेले में ठंगी के स्थानीय देवता रापुक शंकर के साथ गांव की महिलाएं व पुरुष पूरी पारम्परिक वेशभूषा व आभूषण पहनकर देवता रापुक शंकर के समक्ष हर दिन अलग-अलग तरीके से उत्सव मनाते हैं।
मेले में स्थानीय लोग व बौद्ध भिक्षु मिलकर पूजा पाठ व सुख समृद्धि की कामना करते हैं। खास बात यह है कि माघ मेले में देवता रापुक शंकर के समक्ष हर फसल और पेड़-पौधों की पूजा करते हैं। इस परम्परा को स्थानीय बोली में रूम पजाम कहते हैं।
रूम पजाम से आने वाले समय में सभी फसलें अच्छी व धरती पर हरियाली रहे कामना की जाती है। इसी तरह पारंपरिक वेशभूषा में किन्नौरी नाटी का भी आनंद लेते है।