रैत – नितिश पठानियां
विकास खंड रैत की ततवानी पंचायत में इस वित्त वर्ष के लिए रेत, बजरी व अन्य वस्तुओं की आपूर्ति के लिए बैठक रखी गई थी। इस बैठक में किसी को भी टेंडर देने पर सहमति नहीं बन पाई।
उपप्रधान सहित पांच पंचायत सदस्यों ने कार्य आवंटन में भेदभाव का आरोप लगाकर बैठक का बहिष्कार कर दिया। प्रधान के साथ एक वार्ड सदस्य है।
इस तरह प्रधान के निर्णय के विरुद्ध पांच सदस्य हैं और उनके पक्ष में उनको मिलाकर दो लोग हैं। विवाद के कारण टेंडर पर कोई भी सहमति नहीं बन पाई। अब यह मामला विकास खंड रैत के अधिकारियों के पास भेजा जा सकता है।
टेंडर भरने वाले सिद्धपुर वार्ड के पूर्व सैनिक सुरजीत कुमार ने बताया कि वह पिछले एक साल से पंचायत में रेत, बजरी व अन्य सामान (वेंडर का काम) की आपूर्ति कर रहे हैं।
उन्होंने इस बार भी टेंडर भरा था। बुधवार को सभी टेंडर भरने वालों को बुलाया गया था। लगभग 22 लोगों ने काम करने की इच्छा जताई है। इनमें कुछ लोग पंचायत के बाहर के भी हैं।
आरोप है कि पंचायत प्रधान मधुबाला ने नगरोटा सूरियां और सकोह से अपने रिश्तेदार भी टेंडर प्रक्रिया में भाग लेने के लिए बुलाए थे।
सुरजीत कुमार का कहना है उन्होंने सबसे कम रेट भरा था, फिर भी प्रधान उन्हें काम देने को तैयार नहीं थीं। उल्टा प्रधान ने दुर्व्यवहार का आरोप लगा दिया और प्रस्ताव डाल दिया।
क्या कहते हैं पंचायत प्रधान व उपप्रधान
ततवानी पंचायत के उपप्रधान सुरेश गुलेरिया का कहना है हम चाहते थे कि पूरी पंचायत के लिए मैटीरियल का एक ही रेट रहे। सिद्धपुर के सुरजीत का रेट औसत निकालने के बाद कम पड़ रहा है, इसलिए सुरजीत कुमार को काम मिलना चाहिए।
दूसरा व्यक्ति चार वार्डों में तो कम रेट भर रहा है, पर लंघाणा वार्ड के लिए 55 प्रतिशत ज्यादा रेट लगा रहा है। इस तरह उसका रेट सुरजीत से ज्यादा पड़ रहा है। पंचायत में दुर्व्यवहार जैसी कोई बात नहीं हुई।
ततवानी पंचायत की प्रधान मधुबाला का कहना है टेंडर आवंटन में अपने रिश्तेदारों को काम आवंटन का आरोप निराधार है, इसमें पंचायत से बाहर का व्यक्ति भी हिस्सा ले सकता है। जो सबसे कम रेट देगा, काम उसी को देंगे।
यदि पंचायत में निर्णय नहीं हो पाया तो यह मामला उच्चाधिकारियों के पास भेजा जाएगा। सुरजीत कुमार मेरे से पहले दुर्व्यवहार कर चुके हैं।