काँगड़ा – राजीव जस्वाल
डा. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कालेज एवं अस्पताल कांगड़ा स्थित टांडा में अब रोगियों के टेस्ट 24 घंटे होंगे। रात आठ बजे के बाद रोगियों के तीमारदारों को रक्त के सैंपल लेकर निजी लैब में जाकर टेस्ट करवाने के लिए जाना पड़ रहा है। इसके लिए उन्हें सरकारी के मुकाबले कई गुणा अधिक पैसे देने पड़ रहे थे।
टांडा मेडिकल कालेज समेत प्रदेश भर के स्वास्थ्य संस्थानों में दोपहर 12 बजे के बाद से सुबह नौ बजे तक एसआरएल कंपनी के पास टेस्ट करने का ठेका था। 21 मई को अनुबंध समाप्त होने के बाद से रोगियों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था।
टांडा मेडिकल कालेज प्रशासन ने इमरजेंसी लैब शुरू करने के लिए बायोकेमिस्ट्री विभाग को आदेश दिए थे, लेकिन इमरजेंसी लैब आठ बजे बंद कर दी जा रही थी। रात आठ बजे के बाद से सुबह नौ बजे तक रोगियों के इमरजेंसी टेस्ट करवाने के लिए तीमारदारों को परेशानी हो रही थी।
उन्हें मजबूरन सैंपल लेकर निजी लैब में जाना पड़ रहा था। दैनिक जागरण के मामले को प्रमुखता से उठाने के बाद अस्पताल प्रशासन ने सख्ती दिखाई है।
इसके बाद बायोकेमिस्ट्री विभाग को पैरामेडिकल ब्लाक के कमरा नंबर 541 में स्थापित इमरजेंसी लैब को रातभर खुली रखने के आदेश जारी कर दिए हैं। यह व्यवस्था 31 मई तक की गई है। तीन शिफ्टों में दो-दो लैब तकनीशियन इमरजेंसी लैब में सेवाएं देंगे।
इन लैब तकनीशियन की लगाई गई है ड्यूटी
- तिथि, सुबह (आठ से दो बजे तक), सायं (दो से आठबजे तक), रात (आठ से सुबह आठ बजे तक)
- 27मई, रिंकू व अमित, राजकुमार व बलवीर, आशीष व दुर्गेश
- 28 मई, उमेश व दिनेश्वर, रिंकू व अमित, राजकुमार व बलवीर
- 29मई, आशीष व दुर्गेश, उमेश व दिनेश्वर, रिंकू व अमित
- 30 मई, राजकुमार व बलवीर, आशीष व दुर्गेश, उमेश व दिनेश्वर
- 31मई, रिंकू व अमित, राजकुमार व बलवीर, आशीष व दुर्गेश