डेढ़ महीने के बाद डेपुटेशन पर स्थानांतरित हुए डाक्टर लौटे, हास्पिटल में किया ज्वाइन
काँगड़ा – राजीव जस्वाल
डा. राजेंद्र प्रसाद राजकीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा महाविद्यालय टांडा अस्पताल से डेपुटेशन पर स्थानांतरित हुए डाक्टर बुधवार को वापस आ गए। टांडा अस्पताल से मार्च माह में 23 डाक्टरों को चंबा, पांच डाक्टरों को नाहन तथा छह डाक्टरों को हमीरपुर स्थांनातरित किया गया था और लगभग डेढ़ महीने के बाद ये डाक्टर वापस आ गए हैं।
बुधवार को इन डाक्टर्स ने टांडा अस्पताल में ज्वाइन कर लिया । गुरुवार से ये सभी स्थानांतरित डाक्टर टांडा अस्पताल में अपनी सेवाएं देंगे। इन डाक्टरों के चंबाए हमीरपुर व नाहन में स्थानांतरित होने के बाद टांडा अस्पताल में डाक्टरों की कमी हो गई थी, जिसके चलते टांडा अस्पताल में कुछ विभागों की ओपीडी भी बंद हो गई थी, परंतु अब इन डाक्टरों के वापस आने से मरीजों के लिए राहत भरी खबर होगी।
खासकर उन मरीजों को राहत मिलेगी, जिनका इलाज इन स्थानांतरित डाक्टरों के पास चला था और डेढ़ महीने से ये इन डाक्टरों के लौटने का इंतजार कर रहे थे। अब उन मरीजों का रूटीन इलाज हो पाएगा। इन डाक्टरों के स्थानांतरण से ओटी भी प्रभावित हुई थी। कुछ विभागों में मरीजों के आपरेशन भी प्रभावित हुए थे। अब इन डाक्टरों के वापस लौटने से रुके हुए आपरेशन भी जल्द हो पाएंगे।
विदित है कि टांडा अस्पताल में प्रदेश भर के सात से अधिक जिलों चंबा, मंडी, हमीरपुर, ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर और सबसे बड़े जिला कांगड़ा के मरीज उपचार के लिए आते हैं। अब ये दूरदराज के मरीज भी जल्द से जल्द टांडा अस्पताल में अपना उपचार करवा पाएंगे।