धर्मशाला, राजीव जसबाल
प्रदेश की सबसे बड़ी जिला परिषद कांगड़ा के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष चुनावों में सताधारी दल भाजपा की रणनीति परवान नहीं चढ़ी। मुख्यमंत्री की बैठक व मंत्रियों सहित संगठन पदाधिकारियों के कड़ी मशक्त के बावजूद विपक्षी दल कांग्रेस ने भाजपा को झटका देने के लिए योजनावद्ध तरीके से चुनाव से दूरी बनाई रखी।
कांग्रेस वेट एंड वाच की योजना पर काम करते हुए भाजपा के साथ चलने वालों की पूरी सूची बनाकर अब उनके किले में सेंधमारी का प्रयास कर रही है। हालांकि भाजपा का दावा है कि करीब आधा दर्जन लोग पहले ही उनके संपर्क है।
सताधारी दल के समक्ष बड़ी चुनौती पेश करने के लिए विपक्षी दल कांग्रेस के नेता चुनाव से एक दिन पहले यानि रविवार को धर्मशाला में बैठक कर पहली फरवरी को होने वाले जिला परिषद चुनाव के लिए रणनीति बनाएंगे, जबकि भाजपा के वन मंत्री राकेश पठानिया व प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कपूर सहित अन्य नेता जिला परिषद के 33 सदस्यों को जिला परिषद हाल से एक एक करके गाडिय़ों में बिठाकर फिर से उसी निजी होटल में ले गए, जहां वह पहले ही ठहरे हुए थे।
ऐसे में भाजपा नेताओं को अब अगले दो और दिनों तक अपने जीते हुए प्रतिनिधियों का सियासी पहरा करना पड़ेगा। इतना ही नहीं विपक्ष के झांसे में आने से बचाने के लिए भी उन्हें एकता के सूत्र में बांधे रखना बीजेपी के लिए किसी बड़ी चुनौति से कम नहीं है। उधर भाजपा के प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कपूर का का कहना है कि कांग्रेस हमेशा पीठ दिखाने का काम करती है।
कांग्रेस के पास सदस्य होते तो वह जरूर मैदान में आते, लेकिन कांग्रेस ने चुनाव से पहले ही मैदान छोड़ कर अपनी फजीहत करवाई है। उधर, कांग्रेस के प्रदेश महासचिव केवल पठानिया का कहना है कि भाजपा बड़े बड़े दावे कर रही थी। मुख्यमंत्री भी बैठक करके चले गए, लेकिन भाजपा की सारी तैयारियां धरी की धरी रह गई। कांग्रेस रविवार को धर्मशाला में बैठक कर रणनीति बनाएगी और भाजपा के समक्ष कड़ी चुनौती पेश करेगी।