भटियात – अनिल संबियाल
ग्राम पंचायत परछोड़ के आधा दर्जन गांवों के विद्यार्थी जान जोखिम में डाल कर जमलेड़ खड्ड पर स्थित क्षतिग्रस्त पुलिया को पार कर स्कूल पहुंच रहे हैं। खतरे को देखते हुए बच्चों के अभिभावकों को साथ जाना पड़ रहा है। पुलिया के एक छोर से बच्चों को कंधों पर उठाकर उतारने के बाद उन्हें दूसरे छोर पर पहुंचाना पड़ता है। ऐसे में अभिभावकों को हर पल अपने बच्चों की चिंता सताती रहती है।
अभिभावकों का कहना है कि बच्चों को स्कूल पढ़ाने के लिए उन्हें भी बच्चों के साथ जाना पड़ता है। कहा कि कई बार पंचायत प्रबंधन और प्रशासन से खड्ड पर नई पुलिया बनाने की मांग उठाई गई है बावजूद इसके अभी तक समस्या का समाधान नहीं किया गया है।
जानकारी के मुताबिक परछोड़ पंचायत के तहत आती जमलेड़ खडड् पर बनी पुलिया भारी बारिश के दौरान क्षतिग्रस्त हो गई है। जांबल, खरियाड़ी, गरली और नारगड़ा गांवों के बच्चे प्राइमरी और वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला परछोड़ में शिक्षा हासिल करने के लिए इसी रास्ते से आवाजाही करते हैं लेकिन, पुलिया के क्षतिग्रस्त होने के कारण खस्ताहाल रास्ता पार करते समय बच्चों की सांसें हलक में आ जाती हैं।
ग्रामीणों हरीश कुमार, मनोहर लाल, रविंद्र कुमार, केसर सिंह, जगदेव सिंह, अमित कुमार, किरपा राम, निधिया राम, प्रकाश चंद आदि ने बताया कि पुलिया के क्षतिग्रस्त होने से बच्चों समेत लोगों की आवाजाही प्रभावित हुई हैं।
परछोड़ पंचायत प्रधान के बोल
परछोड़ पंचायत प्रधान रमेश कुमार ने बताया कि पुलिया के निर्माण को लेकर ग्रामसभा में प्रस्ताव डाला गया है जिसे अभी तक स्वीकृति नहीं मिल पाई है। कहा कि आवाजाही के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करवाई जा रही है।
विकास खंड अधिकारी भटियात के बोल
विकास खंड अधिकारी भटियात मनीष कुमार ने बताया कि मामला ध्यान में लाया गया है। खड्ड पर लोहे का फुटब्रिज बनाने के लिए दस लाख की राशि स्वीकृत की गई है। मौसम साफ होते ही फुटब्रिज का कार्य आरंभ करवाया जाएगा।