लखनऊ/उत्तर प्रदेश, सूरज विश्वकर्मा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि माफियाओं को नेस्तनाबूद करने के लिए जो कुछ भी जरूरी हो, पूरी तत्परता से करें। हर एक कार्रवाई योजनाबद्ध ढंग से फोकस्ड होकर की जाए। इसमें किसी तरह की सुस्ती स्वीकार्य नहीं है। हर एक माफ़िया के खिलाफ होने वाली कार्रवाई अन्य माफियाओं के लिए खुली चेतावनी जैसा होगा। मुख्यमंत्री गुरुवार को जोनल पुलिस महानिदेशकों के साथ प्रदेश की कानून-व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे।
सभी जोनल एडीजी को साफ तौर पर निर्देशित किया कि वह थाना और सर्किल स्तर की गतिविधियों पर स्वयं नजर रखें। इसकी रिपोर्ट बनाएं और मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजें। पुलिस घटनाओं के प्रति प्रो-एक्टिव रहे। मुख्यमंत्री ने अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी से माफियाओं के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट व अन्य कानूनों के तहत हुई कार्रवाई और वसूली गई संपत्तियों के विवरण भी लिया।
खराब रिकॉर्ड वालों की फील्ड पोस्टिंग नहीं
प्रदेश में जल्द होने जा रहे पंचायत चुनावों और अगले तीन माह के भीतर पड़ने वाले पर्व-त्योहारों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी दशा में खराब रिकॉर्ड अथवा संदिग्ध छवि वाले पुलिस कर्मियों को महत्वपूर्ण पोस्टिंग न मिले। बेहतर हो ऐसे पुलिस कार्मिकों की सूची तैयार की जाए। थाना और सर्किल स्तर से ऐसी शिकायतें प्राप्त होना उचित नहीं है। इस पर गंभीरता से कार्यवाही हो।
चार सालों में कानून व्यवस्था बहुत अच्छी
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति बीते चार वर्षों में बहुत अच्छी हुई है, इसे और बेहतर बनाये जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जारी किए गए शस्त्र लाइसेंसों की सतत समीक्षा की जाए। पंचायत चुनावों के दृष्टिगत शस्त्र जमा कराने की कार्यवाही भी तेजी से पूरी की जाए। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव, अगले वर्ष के विधानसभा चुनाव का रिहर्सल सरीखा है। अराजक और आपराधिक प्रवृत्ति के लोग अपनी कुत्सित कोशिश करेंगे।
ऐसे लोगों पर एडीजी कार्यालय स्तर से भी नजर रखी जानी चाहिए। उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से फेक न्यूज अथवा समाज में वैमनस्य फैलाने वालों की सतत मॉनिटरिंग के भी निर्देश दिए। समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री शशि प्रकाश गोयल और प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद की भी उपस्थिति रही।