सीएमओ सोलन डा. राजन उप्पल व थाना प्रभारी नालागढ़ श्याम लाल की अगवाई में मारा गया छापा
नालागढ़ – रजनीश ठाकुर
नालागढ़ के गांव ढांग में अवैध नशा मुक्ति केन्द्र पर स्वास्थ्य विभाग व् पुलिस ने छापा मारा, तो यहां इलाज के नाम पर हो रही बर्बरता का खौफनाक चेहरा सामने आया। इनमें 54 सहित एक युवती मरीज भर्ती थे, जिन्होंने स्वास्थ्य विभाग की टीम से पीटने और खाना व दवाएं न देने की शिकायत की।
मरीजों के पास से बीड़ी व तंबाकू भी मिला। इतना ही नहीं यहां इलाज के लिए कोई डॉक्टर भी तैनात नहीं मिले। स्वास्थ्य विभाग ने नोटिस देने के साथ दो दिन का समय मरीजों को मेडिकल कॉलेज और अन्य अस्पतालों में शिफ्ट करने के लिए दिया है। उसके बाद इन्हें सील किया जाएगा।
सीएमओ सोलन डा. राजन उप्पल व थाना प्रभारी नालागढ़ श्याम लाल की अगुवाई में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उपकार नशा मुक्ति केंद्र, ढांग में छापा मारा। यहां केंद्र का रजिस्ट्रेशन नहीं मिला। कोई डाॅक्टर भी नहीं था। टीम को 29 मरीज भर्ती मिले। इन्होंने खाना न देने, मारपीट करने और दवाएं न देने के आरोप लगाए।
पंजाब हिमाचल का कॉकस चला रहा केंद्र
नशा मुक्ति केंद्र का संचालक बिक्रमजीत और संत पंजाब के साथ स्थानीय ब्यक्ति बताये जा रहे है, दोनों ही अवैध रूप से एक साल से केंद्र चला रहे थे। नशा मुक्ति के नाम पर वह बाहर के मरीजों को भर्ती कर जमकर वसूली कर रहे थे। मरीजों के साथ मारपीट और खाना न देने के साथ शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न भी पाया गया। हर मरीज से वह साधारण कमरे के 10 हजार रुपये और एसी कमरे के 15 हजार रुपये वसूल रहा था।
ये मिलीं खामियां
-रोगियों के इलाज के प्रपत्र ही नहीं थे, न केंद्र का रजिस्ट्रेशन
-केंद्रों पर डॉक्टर तैनात, न स्टाफ, बहुत पुराने मरीज भर्ती मिले
– मानसिक स्वास्थ्य देखरेख अधिनियम का उल्लंघन पाया गया
– मरीजों ने संचालकों पर मारपीट करने की शिकायत दर्ज कराई
– दोनों केंद्रों पर मनोचिकित्सक का परामर्श नहीं मिला, न दवाएं मिलीं
– रोगी को बीड़ी और तंबाकू दी जा रही थी, मरीजों से दोनों जब्त कीं
– एक हॉल में जमीन पर बिस्तर लगाकर मरीजों को एक साथ रखा गया
– स्टाफ नर्स, मनो चिकित्सक, योग शिक्षक की तैनाती ही नहीं मिली
– मरीजों से ही खाना बनवाने, बर्तन धुलवाने, घटिया खाना देने की शिकायत
– इमरजेंसी चिकित्सा की व्यवस्था नहीं, किसी मरीज की केस शीट नहीं