स्टाफ रिपोर्टर — गगरेट
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव एवं पूर्व विधायक राकेश कालिया द्वारा रविवार को गगरेट में बुलाई गई किसान महापंचायत में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री प्रदेश सरकार पर कई आरोप लगा गए। उन्होंने कहा कि धन, धौंस, धमकी व दबाव की राजनीति अंतिम पड़ाव की ओर है और डेढ़ साल बाद हिमाचल में जनता का शासन स्थापित होगा। उन्होंने कहा कि मौजूदा प्रदेश सरकार के इस कार्यकाल में माफिया राज है और माफिया राज को ही बढ़ावा मिला है। जिस दुकान पर भाजपा का झंडा वहां या तो शराब का कारोबार चल रहा है या फिर सट्टे का कारोबार चरम पर है। प्रदेश सरकार बेरोजगारी खत्म करने के लिए कुछ नहीं कर सकी और जो भी भाजपा नेताओं के पास रोजगार लेने के लिए पहुंच रहा है, उसे रेत का कारोबार करने की सलाह दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन को लेकर कांग्रेस किसान के साथ खड़ी है मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर स्पष्ट करें कि उनकी सरकार किसान के साथ है या नहीं।मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि कोरोना काल में प्रदेश में एक हजार आत्महत्या के मामले सामने आए। कांग्रेस ने प्रदेश सरकार से यह मांग की कि कोरोना काल में हुए आत्महत्या के मामलों को दुर्घटना माना जाए और ऐसे लोगों के परिजनों को दुर्घटना मुआवजा के तौर पर चार-चार लाख रुपए मुआवजा दिया जाए, लेकिन प्रदेश सरकार ऐसा न कर सकी। प्रदेश में इस समय बेरोजगारों का आंकड़ा 15 लाख तक पहुंच गया है, लेकिन रोजगार सृजन की ओर प्रदेश सरकार का ध्यान नहीं है।
ट्रिपल इंजन सरकार ने फिर एक हजार करोड़ रुपए कर्ज ले लिया और इसे भी सरकार अपनी शान-ओ-शौकत पर खर्च कर रही है। हैरत की बात यह है कि अगर कांग्रेस पार्टी के कहीं कार्यक्रम हों, तो वहां पुलिस मास्क न लगाने का आरोप लगा चालान कर रही है और भाजपा के कार्यक्रम कोरोना फ्री हैं।
पैदल चलने वाले के भी चालान
प्रदेश के इतिहास में यह पहली बार हुआ कि पैदल चलने वाले व्यक्ति के भी चालान कर दिए गए। ऐसा कार्य तो अंग्रेज भी नहीं कर पाए थे। चाहिए तो यह था कि कोरोना त्रासदी में प्रदेश सरकार निःशुल्क मास्क बांटती, लेकिन प्रदेश सरकार ने मास्क न पहनने पर पांच हजार रुपए जुर्माना तक ठोंक दिया। भाजपा सरकार के इस कृत्य के लिए इसका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होना चाहिए।