खालिस्तान समर्थक की धमकी पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस पर 15 अगस्त को जहां भी मौका मिलेगा तिरंगा फहराएंगे। डरने की कोई बात नहीं है। किसी संगठन या व्यक्ति ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी है इसकी जानकारी नहीं है।
शिमला-जसपाल ठाकुर
खालिस्तान समर्थक की धमकी पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस पर 15 अगस्त को जहां भी मौका मिलेगा, तिरंगा फहराएंगे। डरने की कोई बात नहीं है। किसी संगठन या व्यक्ति ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी है, इसकी जानकारी नहीं है। सच्चाई क्या है, यह बारीकी से जांच का विषय है। देश विरोधी लोग कभी भी अपने मकसद में कामयाब नहीं होंगे।
इससे पहले शिमला में शुक्रवार को कई पत्रकारों को विदेश से फोन काल आई। काल उठाते ही धमकी भरा रिकार्डिड आडियो संदेश सुनाई दिया। इसमें खालिस्तान समर्थक मुख्यमंत्री जयराम को धमकी दे रहा है कि हिमाचल में उन्हें 15 अगस्त को तिरंगा नहीं फहराने देंगे। धमकी दी गई कि हिमाचल भी पंजाब का ही हिस्सा रहा है, इसलिए यहां तिरंगा फहराने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
सरकार ने दिया जांच का आदेश
सरकार ने आडियो की जांच का आदेश दे दिया है। एसपी साइबर क्राइम को जांच का जिम्मा सौंपा है। राज्य पुलिस ने ट््िवटर पर लिखा है कि ऐसे मामलों से निपटने में वह सक्षम है। साइबर पुलिस ने आडियो को सीज कर दिया है। पुलिस केंद्रीय खुफिया एजेंसियों से भी संपर्क में है। पुलिस के आला अधिकारियों ने भी इस मामले में बैठक की है। जिन पत्रकारों को फोन काल आई, उनकी टाइङ्क्षमग की जांच पड़ताल की जा रही है।
हिमाचल में हाई अलर्ट, सुरक्षा एजेंसियां चौकन्नी
धमकी के बाद पुलिस ने हिमाचल में हाई अलर्ट कर दिया है। सुरक्षा, खुफिया एजेंसियां चौकन्नी हो गई हैं। अहम प्रतिष्ठानों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। होटल, ढाबों व बस अड्डों पर संदिग्धों पर पैनी नजर रखी जा रही है। पुलिस, सीआइडी के कर्मी सादे कपड़ों में कई जगह तलाशी ले रहे हैं।
नयनादेवी क्षेत्र में लिखे थे नारे
कुछ दिन पहले ही बिलासपुर के नयनादेवी क्षेत्र में खालिस्तान समर्थकों ने दीवारों पर नारे लिखे थे। इनकी भी जांच चल रही है।
बढ़ सकती है मुख्यमंत्री की सुरक्षा
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की सुरक्षा बढ़ सकती है। सीआइडी के अधिकारी ताजा हालात के बाद सुरक्षा की समीक्षा कर रहे हैं। 15 अगस्त को कार्यक्रम कहां होगा, अभी सरकार ने तय नहीं किया है।
ट््िवटर में जो कुछ कहा है, वही राज्य पुलिस का आधिकारिक पक्ष है। हिमाचल में ऐसा पहली बार हुआ है। पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया है।
-भगत ठाकुर, पुलिस प्रवक्ता एवं एसपी कानून व्यवस्था