मंडी – अजय सूर्या
पंचायत के मध्यम से लगे जल रक्षक हमेशा सरकार की अनदेखी का शिकार होते आए है सरकार ने हमेशा ही जल रक्षको के साथ सौतेला व्यवहार किया है पिछली वर्ष ओर इस बजट सत्र में भी जल रक्षको का मात्र 300 की बढ़ोतरी की गई जो कि बहुत ही दुर्भाग्य पूर्ण है।
जल रक्षक ने हमेशा जब भी हिमाचल प्रदेश मै आपदा जैसी ओर कोरोना जैसी परिस्थिति मै भी सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे बार मांग करने के बावजूद भी आज तक जल रक्षक के हित में कोई फेसला नहीं लिया गया है।
इसको मध्य नजर रखते हुए जल रक्षक महासंघ हिमाचल प्रदेश ने 24 तारिक को अपनी आवाज बुलंद करने के लिए शिमला चोड़ा मैदान में धरना प्रदर्शन करने का फैसला लिया है और जब तक सरकार उनके बारे में उचित फैसला नहीं लेती है तब तक हिमाचल प्रदेश के समस्त जल रक्षक लगातार धरने पर बैठे रहेंगे जिसकी जिम्मेदार सरकार होगी।
जल रक्षक महासंघ प्रदेश अध्यक्ष रूप लाल के बोल
जल रक्षक महासंघ प्रदेश अध्यक्ष रूप लाल उर्फ ज्वालू राम ओर प्रदेश महासचिव डोलम चंद ने सरकार से आग्रह किया है कि 24 तारिक से पहले पहले सरकार उनके पक्ष में कोई उचित निर्णय लेती है तो हमें आंदोलन जैसा रास्ता नहीं अपनाना पड़ेगा अगर जल रक्षक धरने मै बैठते है तो उनकी उचित मांग पूरा होने तक धरना प्रदर्शन से नहीं उठेंगे जिसमें टूल डाउन भी शामिल है।