सिरमौर- नरेश कुमार राधे
जिला सिरमौर की सबसे ऊंची चोटी चूड़धार के समीप चौरस के बर्फीले जंगल में एक संन्यासी द्वारा निर्वस्त्र साधना किए जाने का वीडियो सामने आया है। श्रीरेणुकाजी के अंदर आने वाली चूड़धार चोटी के साथ लगे हिमालई जंगलों मे इन दिनों जहां तक नजर जाए बस बर्फ ही बर्फ और हाड़ गलाने वाली सर्दी है।
ऐसी विषम परिस्थितियों मे चौरास के जंगल मे खिलग नामक स्थान पर अपनी कुटिया के समीप खुले आसमान के नीचे यह साधू कठिन साधना कर रहा है। दो फुट से अधिक बर्फ में तपस्या मे लीन साधू का नाम विश्वनंद है और पहली बार इन्हें किसी ने ऐसे योग साधना करते देखा है।
कईं बार यह साधू नौहराधार स्थित शिव मंदिर में भी पूजा-अर्चना करते हैं और लोगों से काफी कम बात करते हैं। एक स्थानीय युवक चौरास के बर्फीले जंगल से गुजर रहा था। जिसने साधु बर्फ के बीच तपस्या में लीन देख यह वीडियो बनाया।
इस दृष्य को देखकर ही वह भी हैरान रह गया, क्योंकि जंगल मे अकेले रह रहे, इस साधू के बारे में लोग ज्यादा नहीं जानते। करीब आधा घंटे तक उसने साधू को बर्फ के बीच लीन देखा और कड़ाके की ठंड के चलते फिर वहां से बिना तपस्या भंग किए निकल गया।
साधू की आंखे बंद थी और ध्यान मुद्रा में उनके चहरे पर हाड़ कंपा देने वाली ठंड मे भी कोई परेशानी नही दिख रही थी। क्षेत्रवासियों के अनुसार चूड़धार के जंगल मे पहले भी कईं ऋषि मुनि तपस्या कर चुके हैं, हालांकि एसा विडियो पहली बार सामने आया। बर्फीली ठंड एसे योगी सन्यासियों की साधना के आगे बेअसर दिखती है।
गौरतलब है कि इन दिनों करीब 12 फुट बर्फ से ढके चूड़धार शिरगुल मंदिर परिसर चूड़धार में भी एक संन्यासी अपने शिष्य के साथ आश्रम में रह रहे हैं।