चम्बा – भूषण गुरूंग
आज हम अपने दर्शकों को एक ऐसी खूबसूरत,ओर मनमोहक वादियों के दीदार करने जा रहे है। जिसको देखने के बाद हर कोई आने वाला सैलानी यह कह उठता है कि जन्नत कींस खूबसूरती का नजारे का आनंद उठाने है तो आप साचपास जरूर आए।
चंबा जिले के अंतर्गत पड़ने वाले जनजातीय क्षेत्र पांगी घाटी इन दिनों सैलानियों की पहली पसंद बना हुआ है। यह इलाका जनजातीय भरमौर विधानसभा के अंतर्गत आता है जोकि बर्फबारी के चलते साल के 6 महीने खुला तो 6 महीने बंद रहता है।
साचपास नाम से विख्यात होता जा रहा यह पर्यटक स्थल जहां पर इन दिनों भी कई कई फूट बर्फ देखने को मिल जाएगी और जिस किसी पर्यटक को इस मनमोहक जगह का पता चलता है वह इन खूबसूरत वादियों का लुत्फ उठाने अपने परिवार के साथ वहां पर पहुंच ही जाते है।
जून का महीना और उसपर सूर्य की चिलचिलाती गर्मी से हर कोई परेशान है। आज कल चंबा जिले के ऊंचाई वाले इलाकों में बहुत सारे सैलानी अपने छोटे छोटे बच्चों ओर परिवार के साथ चंबा जिले के दुर्गम क्षेत्र पांगी के साचपास की और अपना रुख कर रहे है।
बताते चले कि हिमाचल प्रदेश के मनाली के बाद चंबा जिले के अंतर्गत पड़ने वाले केवल मात्र साचपास ही एक ऐसी जगह है जहां पर टूरिस्टों को कई फूट तक बर्फबारी देखने को मिल जाती है।
बर्फ पर अटखेलिया करते यह सभी सैलानी अपने देश के दूसरे राज्यों से है जोकि विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल डलहौजी और खजियार ही घूमने को आए थे, पर जब उन्हें पता चला कि चंबा जिले में साचपास एक ऐसा सुंदर पर्यटक स्थल है जहां पर कुदरत ने अपनी खूबसूरती को कूट कूट कर भर रखा है।
यह सैलानी इस जन्नत के नजारे को देखकर इतने प्रसन्न थे कि अपने सखे संबंधियों के साथ दोस्तो को भी इस जगह आने की बात कर रहे थे।