परागपुर/कांगड़ा, राजीव जस्वाल
देश के प्रथम धरोहर गांव परागपुर की पंचायत के वार्ड नम्बर 3 में 2 कार्यों का पुनर्मूल्यांकन करने के उपरांत 1,01,181 रुपए की धांधली सामने आई है। आरटीआई से प्राप्त जानकारी के अनुसार तकनीकी सहायक द्वारा मुररमत रास्ता व पुली नजदीक कन्या उच्च विद्यालय परागपुर का मूल्यांकन 1,50,462 रुपए किया गया है, जबकि खंड अभियंता द्वारा पुनर्मूल्यांकन किया गया तो उक्त कार्य की मूल्यांकन राशि 1,01,656 रुपए आई। वहीं इस रास्ते और पुली पर पंचायत के रिकॉर्ड अनुसार 1,43,431 रुपए का व्यय हुआ है। मूल्यांकन के अनुसार इस कार्य मे 41,775 रुपए की धांधली पाई गई है।
वहीं वार्ड-3 में ही मुररमत रास्ता प्रकाश चंद के घर से आ.जा. बस्ती गढ़ का के कार्य का मूल्यांकन तकनीकी सहायक द्वारा उसका मूल्यांकन राशि 1,51,890 रुपए किया गया था, जबकि खंड अभियंता द्वारा शिकायत पर पुनर्मूल्यांकन किया गया तो 85,696 रुपए मूल्यांकन राशि पाई गई। पंचायत रिकॉर्ड के अनुसार इस रास्ते पर कुल खर्चा 1,45,102 रुपए हुआ है। इसमें 59,406 रुपए की धांधली पाई गई है। वार्ड-3 के दोनों कार्यों पर 1,01,181 रुपए का घोटाला पाया गया है। 2 कामों में ही 1 लाख से ज्यादा का घोटाला पाया गया है तो क्षेत्र में हुए बाकी कामों पर भी संशय बन गया है।
क्षेत्र के बुद्धिजीवी वर्ग ने डी.सी. कांगड़ा से ग्राम पंचायत परागपुर में पिछले 5 सालों में हुए समस्त कार्यों की जांच उच्च स्तरीय एजेंसी से करवाने की मांग की है। परागपुर खंड विकास अधिकारी, कंवर सिंह ने बताया कि परागपुर पंचायत में हुए घोटाले में जल्द चार्जशीट तैयार की जाएगी। मामले में जो दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।