गर्मियों में आप भी पी रहे हैं बावड़ी का पानी तो हो जाएं सावधान, बासी खाना भी करेगा आपको परेशान

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गर्मियों में आप भी पी रहे हैं बावड़ी का पानी तो हो जाएं सावधान, बासी खाना भी करेगा आपको परेशान

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सिरमौर – नरेश कुमार राधे

गर्मी का मौसम शुरू होते ही अस्पतालों में डायरिया, डिसेंट्री और डिहाइड्रेशन के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। छोटे बच्चों के साथ-साथ महिलाएं और बुजुर्ग लोग इन बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। लिहाजा डॉक्टर मरीजों को इन रोगों से बचाव को लेकर खान-पान संबंधी सावधानियां बरतने की सलाह दे रहे हैं।

दरअसल, मेडिकल कॉलेज नाहन में इन दिनों डायरिया, डिसेंट्री और डिहाइड्रेशन के मरीजों की ओपीडी बढ़ रही है। कई लोग डिहाइड्रेशन के शिकार हो रहे हैं, तो कई डिसेंट्री और डायरिया की चपेट में आ रहे हैं। ये तीनों ही ऐसी स्थितियां हैं, जो आंत और शरीर के तरल पदार्थों से जुड़ी होती हैं।

बासी भोजन खाने से बचें

डॉक्टरों के मुताबिक, डिसेंट्री एक संक्रामक रोग है, जो आंत में बैक्टीरिया, वायरस या परजीवी के संक्रमण से होता है।इसके लक्षणों में पेट में दर्द, बुखार, उल्टी और बार-बार मल त्याग शामिल हो सकते हैं, जबकि डायरिया संक्रमण, बासी भोजन और स्वास्थ्य विकार जैसे कारणों से होता है।

इसके लक्षणों में पेट दर्द, उल्टी और बुखार शामिल हो सकते हैं। इसी तरह डिहाइड्रेशन तब होता है, जब शरीर में पानी की मात्रा कम हो जाती है. डायरिया और उल्टी होने पर शरीर में तरल पदार्थों की कमी होती है और डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ जाता है।

वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय पाठक के बोल

मेडिकल कॉलेज नाहन के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय पाठक ने बताया कि ‘गर्मियां शुरू होते ही आम तौर पर डायरिया, डिसेंट्री और डिहाइड्रेशन जैसे रोग बढ़ जाते हैं। डायरिया और डिसेंट्री से बचने के लिए ये बेहद जरूरी है कि बासी भोजन न खाएं।

ऐसे मामलों से बचने के लिए केवल शुद्ध और ठंडा पानी ही पीएं। इन दिनों ठंडे पानी के लिए लोग कई बार प्राकृतिक जल स्त्रोतों और बावड़ियों से पानी पी लेते हैं। ऐसे में इन रोगों के बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है। यदि बावड़ी आदि का पानी पीने के लिए इस्तेमाल में ला रहे हैं तो उसे उबालने के बाद ठंडा करके पीएं।

हाथ की सफाई का रखें ध्यान

डॉ. अजय पाठक ने बताया कि ‘गर्मी के दिनों में खासकर हाथों की सफाई का विशेष ध्यान रखें। इससे भी डायरिया और डिसेंट्री हो सकते हैं। इसी तरह डिहाइड्रेशन (शरीर में पानी की कमी) से बचने के लिए ओआरएस घोल का इस्तेमाल करें। चीनी और नींबू का घोल या फिर नींबू पानी पीएं।

मुंह सूखना, स्किन ढीली पड़ना और सुस्ती आना डिहाइड्रेशन के लक्षण हैं। सभी लोगों को सलाह है कि वो इन रोगों से बचने के लिए खान-पान संबंधी सावधानी बरतें और नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों में जाकर विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लेकर ही दवाइयां लें।

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