ब्यूरो- रिपोर्ट
पुलिस थाना गगरेट के तहत गांव पांवड़ा के जंगल थपला में मिले जिंदा पैरा एम्युलेट बम को सेना ने शुक्रवार को सुरक्षित तरीके से डिफ्यूज कर दिया है। जानकारी के अनुसार वीरवार को गांव ओयल के एक व्यक्ति को जंगल में जिंदा बम मिला था। इसे वह अपने साथ में लेकर थाने में पहुंच गया था।
पुलिस ने उस जिंदा बम को सुरक्षित गगरेट के श्मशान घाट में रखवा दिया था और सेना के पठानकोट यूनिट को सूचित कर दिया था। लेफ्टिनेंट कर्नल राम चंद्र की अगुवाई में सांभा सेक्टर के यूनिट 22 की टीम ने शुक्रवार सुबह गगरेट पहुंच कर 30 मिनट का विशेष आपरेशन कर इस पैरा इल्यूमनेट बम को डिफ्यूज कर दिया।
सेना की ओर से 30 मिनट के इस आपरेशन के दौरान क्षेत्र को पूरी तरह सील रखा गया। पूरी कार्रवाई सेना के विशेष टीम ने अपनी देखरेख में की। पुलिस को भी इस आपरेशन से पूरी तरह दूर रखा गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार यह बम काफी पुराना था। लेकिन ये जिंदा बम था। सेना के जवानों ने इस बम पर एक विशेष केमिकल का इस्तेमाल करके इसे डिफ्यूज कर दिया। इस बम पर अंकित 95 नंबर का क्या अर्थ है, इसकी जांच भी अब सेना अपने स्तर पर करेगी।
बम किस यूनिट द्वारा पांवड़ा में रह गया या अन्य जो भी इस बम से जुड़े सवाल हैं? अब उनके जवाब सेना के पास ही हैं। बम को डिफ्यूज करने के बाद सेना अपने साथ ही उस बम को जांच के लिए ले गई है। पांवड़ा के जंगलों में कुछ वर्ष पूर्व तक सेना द्वारा अक्सर युद्धाभ्यास किया जाता था। बम भी उन्हीं युद्धाभ्यास के समय का है।
एसपी ऊना अर्जित सेन ने पुष्टि करते हुए बताया कि सेना की टीम ने लेफ्टिनेंट कर्नल रामचंद्र की अगुवाई में बम को डिफ्यूज कर दिया है। सेना अब बम से जुड़ी तमाम जानकारी आपने स्तर पर जुटाएगी।