हिमखबर डेस्क
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोठीपुरा में चल रहे सात दिवसीय एन.एस.एस. शिविर का समापन समारोह आज उत्साहपूर्ण माहौल में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नंद लाल ठाकुर ने स्वयंसेवियों को संबोधित करते हुए कहा कि एन.एस.एस. युवाओं में सेवा-भाव, अनुशासन, नेतृत्व क्षमता और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना विकसित करने का सशक्त माध्यम है।
उन्होंने कहा कि “ना मैं, बल्कि हम” का मूलमंत्र केवल एक नारा नहीं, बल्कि ऐसा जीवन-पथ है जिसे अपनाकर युवा समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं। उन्होंने स्वयंसेवियों को प्रेरित किया कि वे शिविर में सीखे गए सहयोग, समय प्रबंधन, आत्मविश्वास और नैतिक मूल्यों को अपने दैनिक व्यवहार में उतारें ताकि वे संवेदनशील, जागरूक और जिम्मेदार नागरिक बनकर देश निर्माण में योगदान दे सकें।
विद्यालय की प्रधानाचार्या निर्मला ठाकुर ने अपने उद्बोधन में स्वयंसेवियों के उत्साह और अनुशासन की सराहना की। उन्होंने कहा कि एन.एस.एस. छात्रों के व्यक्तित्व विकास में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और यह उन्हें समाज सेवा तथा नैतिक मूल्यों के पथ पर अग्रसर करता है।
उन्होंने सभी स्वयंसेवियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं। समारोह में विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने वातावरण को और अधिक उत्साहपूर्ण बना दिया तथा शिविर का समापन प्रेरणादायक और गरिमामय ढंग से सम्पन्न हुआ। कैंप प्रभारी रूप लाल ओर आशा देवी ने सात दिन का लेखा जोखा मुख्यातिथि के समक्ष रखा।

