शिमला – नितिश पठानियां
हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के कोटखाई के बड़वी गांव में दोपहर करीब 12 बजे एक रिहायशी मकान में आग भडक़ गई। इस घटना में आठ परिवारों के लगभग 50 कमरे जलकर राख हो गए।
चार दमकल वाहन अभी भी मौके पर आग बुझाने में जुटे हुए है। आग को नियंत्रित जरूर कर दिया गया है। मगर, आग पर अभी भी पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका और धुंए के गुबार अभी भी उठ रहे है।
इस अग्निकांड में प्रकाश, प्रताप, बलवीर, सुरेश, सीमित भूस्तू, देनी, जोवन, राजेंद्र और ओम के घर जल गए। वहीं प्रशासन ने प्रभावित प्रति परिवार को 5 हजार फौरी राहत प्रदान की है। इसके अलावा रहने के लिए तिरपाल और कंबल भी वितरित किए गए।
वहीं प्रभावित परिवारों ने पड़ोसियों और रिश्तेदारों के यहां भी शरण ले ली है। आसपास के घरों को भी काफी नुकसान पहुंचा है। भीषण आग की वजह से ज्यादातर ग्रामीण घरों में रखा सामान भी बाहर नहीं निकाल पाए।
स्थानीय लोग दिनभर खुद भी आग बुझाने में जुटे रहे। ग्रामीणों ने पावर स्प्रेयर चलाकर भी आग पर काबू पाने का प्रयास किया। मगर लकड़ी के मकान होने की वजह से इसे काबू करना कठिन हो गया।
घटना की सूचना मिलते ही कोटखाई से दमकल वाहन बड़वी गांव भेजे गए। मगर खराब सडक़ और ट्रैफिक जाम के कारण दमकल वाहन देरी से पहुंचे। इस वजह से लोगों में रोष देखा गया। प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक आग की वजह शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है।
फायर स्टेशन इंचार्ज केसर नेगी के बोल
कोटखाई फायर स्टेशन के इंचार्ज केसर नेगी ने बताया कि उनकी टीम मौके पर मौजूद है और आग बुझाने का काम जारी है। इस अग्निकांड में करोड़ों रुपए के नुकसान का आकलन है। मगर अभी पुख्ता तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता।
प्रभावित परिवारों को पांच-पांच हजार की फौरी राहत
स्थानीय प्रशासन ने मौके पर पहुंच कर सभी पीडि़त परिवारों को पांच-पांच हजार रुपए की त्वरित राहत, एक-एक कंबल और तिरपाल उपलब्ध कराई गई। प्रशासन ने पीडि़तों को आसपास ही एक सुरक्षित मकान में अस्थायी रूप से ठहरने की व्यवस्था कर दी है, ताकि वे राहत कार्य पूरा होने तक वहीं रह सकें।

