नालागढ़/सोलन, सुभाष।
नए कृषि कानून के विरोध में किसान समूह व सामुहिक जनों ने शनिवार को नालागढ़ में विरोध प्रदर्शन किया। इस मौके पर विभिन्न किसान संगठनों ने केंद्र सरकार नारेबाजी की। बाद में किसानों ने एसडीएम के माध्यम से सरकार को ज्ञापन प्रेषित किया जिसमें नए कृषि बिलों को रद करने की मांग की गई।
किसान संघर्ष समिति से गुरचरण सिंह चन्नी, इंटक के प्रदेश अध्यक्ष हरदीप बावा, जग सेवा आर्गेनाईजेशन से जगपाल राणा, नालागढ़ विकास मंच के नरेश घई समेत किसान प्रीतम पाल सिंह राणा, जसवंत सिंह, शमशेर खान, रमजान, रणजीत सिंह, करणवीर सिंह, सुरेंद्र सिंह, हरभजन समेत दर्जनों किसान व आम लोगों ने दिल्ली में चल रहे किसानों की मांगों के समर्थन में नालागढ़ के रेस्ट हाउस में एकत्रित हुए वहां से जुलूस की शक्ल में एसडीएम कार्यालय तक गए इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जम कर नारेबाजी की।
जगपाल राणा ने कहा कि पिछले तीन माह से किसान आंदोलन कर रहे है लेकिन सरकार उनकी कोई भी मांग नहीं मान रही है। गुरचरण सिंह चन्नी ने कहा कि सरकार को चाहिए था कि कानून बनाने से पहले किसानों को विश्वास में लिया जाता और अब जब किसान इसका विरोध कर रहा है तो उनकी बात सुनी जानी चाहिए।
नालागढ़ विकास मंच के संयोजक नरेश घई ने कहा कि नालागढ़ में इंदिरा आनाज मंडी को चालू किया जाए। यहां पर किसानों से उनकी फसलों की खरीद होनी चाहिए। किसानों को वर्तमान में अपने फसलों की बिक्री के लिए पंजाब की मंडियो में जाना पड़ता है जहां पर उन्हें भाड़ा के रूप में बड़ी रकम देनी पड़ती है। दूसरे हिमाचल के किसानों के साथ पंजाब की मंडियो में सौतेला व्यवहार किया जाता है।
इंटक के प्रदेश अध्यक्ष हरदीप बावा ने कहा कि केंद्र सरकार नए कृषि कानूनों को लागू करके किसानों के साथ धोखा करने जा रही है। इन कानूनों ने बड़े व्यापारियों की किसानों की खेती पर हमेशा नजर बनी रहेगी जो किसानों को नूुकसान पहुंचाने का कार्य करेंगे।