हिमखबर डेस्क
जिला कुल्लू के इनर अखाड़ा बाजार क्षेत्र में हाल ही में हुए भूस्खलन हादसे में जान गंवाने वाले तीन लोगों के पार्थिव शरीरों को आज प्रातः श्रीनगर पहुँचा दिया गया। उपायुक्त कुल्लू, तोरुल एस. रवीश ने बताया कि यह शव शुक्रवार देर रात सड़क मार्ग से कुल्लू से चंडीगढ़ भेजे गए थे, जहाँ से शनिवार प्रातः 5:30 बजे हवाई मार्ग द्वारा उन्हें श्रीनगर रवाना किया गया।
उपायुक्त ने बताया कि अब्दुल रशीद, सुपुत्र मोहम्मद जमाल शेख, निवासी गांव किचपारा, तहसील कंगन, जिला गांदरबल, जम्मू कश्मीर, सजाद अहमद वाणी, सुपुत्र अब्दुल अहमद वाणी, निवासी गांव गुंडआरी, तहसील कंगन, जिला गांदरबल, जम्मू – कश्मीर और मेहराजद्दीन लोन, सुपुत्र मोहम्मद शब्बीर लोन, निवासी गांव गुंडआरी, तहसील कंगन, जिला बांदीपोरा, जम्मू – कश्मीर के पार्थिव शरीरों को सुबह 7:30 बजे श्रीनगर एयरपोर्ट पहुँचाए गए हैं।
उन्होंने बताया कि तीनों शवों को मृतकों के परिजनों और पुलिस बल की उपस्थिति में सड़क मार्ग से कुल्लू से चंडीगढ़ ले जाया गया था। चूंकि शुक्रवार को देर शाम होने के कारण हेलीकॉप्टर सेवा संचालित नहीं हो सकी और शनिवार को मौसम विभाग द्वारा येलो अलर्ट जारी किया गया था, इस कारण सड़क मार्ग का विकल्प चुना गया।
उपायुक्त ने बताया कि पार्थिव शरीरों और उनके साथ गए परिजनों को उनके घरों तक पहुँचाने की पूरी व्यवस्था प्रदेश सरकार द्वारा की गई है। इसके अतिरिक्त जिला प्रशासन कुल्लू द्वारा मृतकों के परिजनों को तत्काल राहत राशि भी प्रदान की गई है।
उपायुक्त ने कहा कि यह एक अत्यंत दुखद घटना है और हिमाचल प्रदेश सरकार इस संकट की घड़ी में मृतकों के परिजनों के साथ पूरी संवेदनशीलता और सहानुभूति के साथ खड़ी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि हादसे में मारे गए सभी लोगों के पार्थिव शरीरों को उनके पैतृक निवास तक पहुँचाने की व्यवस्था सरकार द्वारा सुनिश्चित की जाएगी।
उपायुक्त ने बताया कि 3 और 4 सितम्बर को अलगअलग स्थान पर भूस्खलन की घटनाओं में कुल 8 लोग मलबे में दब गए थे। इनमें से 6 लोगों के शव अब तक निकाले जा चुके हैं, जबकि शेष 2 लोगों की तलाश का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। उन्होंने कहा कि प्रशासन, एनडीआरएफ, पुलिस और आपदा प्रबंधन की टीमें लगातार राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी हुई है।