हिमखबर – टीम
हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू की गड़सा घाटी की पाली पंचायत के शिलागढ़ में शनिवार दोपहर बादल फटने से हुरला नाले में भयंकर बाढ़ आ गई।
बाढ़ से करीब 25 किलोमीटर क्षेत्र में अफरातफरी मच गई। नाले किनारे बसे लोगों ने भागकर जान बचाई।
बाढ़ से मनिहार गांव को जोड़ने वाला एक बैली ब्रिज और तीन पुलियों के अलावा 50 भेड़-बकरियां बह गई हैं। बाढ़ से वन विभाग की संपदा को सबसे अधिक नुकसान हुआ है।
पूरी गड़सा घाटी में अफरातफरी मच गई। हुरला नाले में आई बाढ़ से खेतों को भारी नुकसान पहुंचा है।
कुल्लू के गड़सा पंचायत प्रधान राज मल्होत्रा ने बादल फटने की पुष्टि की है।
चंबा के कुगति में भारी बारिश से मणिमहेश यात्रियों के लिए बनाईं पैदल पुलियां बह गई हैं। कसौली-परवाणू सड़क पर मशोबरा में एक निजी विला के समीप पार्क पंजाब नंबर की एक कार पर पत्थर गिरा।
गनीमत रही कि जिस समय पहाड़ी से पत्थर गिरने शुरू हुए उस दौरान कार में कोई मौजूद नहीं था।
सिरमौर के सैनवाला में बरसाती नाले को पार करते 200 मीटर तक एक कार बह गई। पूर्व सैनिक ने पत्नी और बेटी को कार से सुरक्षित निकाला।
कांगड़ा के पीएचसी तियारा के भवन की छत पर पत्थर गिरने से छत को नुकसान हुआ है। पीएचसी जसूर के भवन में भी पानी घुस गया।
चंबा के मोतला नाले में बाढ़ आने से पीएचसी और मिडिल स्कूल में मलबा भर गया। नर्स, आशा कार्यकर्ताओं और चतुर्थ श्रेणी कर्मियों ने भागकर जान बचाई।
पांवटा साहिब उपमंडल के मिश्रवाला में शनिवार सुबह हुई मूसलाधार बारिश से 240 बीघा जमीन पर धान की फसल तबाह हो गई। इसी गांव के सात घरों में भी बारिश का पानी घुस गया।
13 जुलाई तक येलो अलर्ट
हिमाचल प्रदेश में शनिवार को ऑरेंज अलर्ट के बीच राजधानी शिमला सहित प्रदेश के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई।
शिमला में दिन में धुंध छाए रहने के साथ हल्की बारिश का दौर जारी रहा। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने प्रदेश में 13 जुलाई तक बारिश और अंधड़ का येलो अलर्ट जारी किया है।
प्रदेश के सभी क्षेत्रों में मौसम खराब बना रहने का पूर्वानुमान है।