हिमखबर डेस्क
नग्गर कैसल और जाणा वाटरफॉल अपनी खूबसूरती से देश विदेश के सभी पर्यटकों को हमेशा से ही अपनी ओर आकर्षित करता आ रहे है। लेकिन जुलाई में आई बाढ़ के बाद कुल्लू-मनाली के पर्यटक स्थलों से पर्यटकों ने मुंह फेर लिया।
अब धीरे धीरे जैसे ही सब कुछ पहले की तरह पटरी पर लौट रहा है तो पर्यटकों की संख्या में भी कुछ बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। नग्गर कैसल और जाणा वाटरफॉल के स्थानीय होटल व ढाबा संचालक संत कुमार, नरेंद्र ने कहा कि बाढ़ के बाद कुछ माह तक पर्यटक आए ही नहीं। लेकिन अब सब कुछ ठीक हो गया है इसलिए पर्यटकों ने आना शुरू कर दिया है।
ढाबा संचालक ने उम्मीद जताई कि क्रिसमस और नए वर्ष को मानने के लिए भारी संख्या में पर्यटक नग्गर कैसल और जाणा वाटरफॉल आएंगे। कुदरत ने जिले कुल्लू को ऐसी सुंदरता से सजाया है कि देश विदेश के पर्यटक यहां खींचे चले आते हैं। मनाली, सोलंग, रोहतांग, नग्गर, बिजली महादेव सहित कई पर्यटक स्थल है जो काफी पहले से पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है
कुल्लू में ऐसे पर्यटक स्थल भी है जिन्हें स्थानीय लोगों ने अपने दम पर लोकप्रिय बनाया है। जाणा वाटरफॉल भी एक ऐसा ही पर्यटक स्थल है जिसे यहां के स्थानीय ग्रामीण मनी राम ने वर्ष 1998 में शुरू किया। इस स्थल को लोकप्रिय बनाने के लिए मनी राम ने काफी मेहनत की है।
नतीजा है कि आज इस वाटरफॉल की सुंदरता को देखने के लिए देश विदेश से लगभग 15 सौ से अधिक सैलानी प्रति दिन यहां आ रहे हैं। यह स्थल धरोहर गांव नग्गर से 13 किलोमीटर दूर स्थित है। इस वाटरफॉल के विकसित होने से क्षेत्र के लोगों को रोजगार के अवसर भी प्राप्त हुए हैं।
भुवनेश्वर गौड़ विधायक मनाली विधानसभा क्षेत्र के बोल
क्षेत्र के सभी पर्यटन स्थलों को विकसित करना सरकार की प्राथमिकता है। नग्गर से जाणा की सड़क को बाढ़ से पहले ही चौड़ा करने का कार्य आरंभ किया जा चुका है। इस पर्यटक स्थल तक सड़क को पर्यटकों के लिए सुगम बनाया जा रहा है।

