शाहपुर – नितिश पठानियां
कांगड़ा इंटरनेशनल स्कूल, शाहपुर ने गर्व के साथ घोषणा की है कि उनके तीन छात्र आगामी जिला स्तर की खेल प्रतियोगिता के लिए चयनित हुए हैं। इस उपलब्धि ने न केवल स्कूल का मान बढ़ाया है बल्कि यह उनके अथक परिश्रम, अनुशासन और अडिग भावना का भी परिणाम है।
क्लास 11 के पियूष ठाकुर ने वॉलीबॉल में चयन प्राप्त किया है, जबकि क्लास 10 के प्रेम सिंह और क्लास 11 के अरिहंत मांकोटिया को खो-खो प्रतियोगिता में जिला स्तर के लिए चुना गया है। यह उपलब्धि उनके खेल कौशल और लगातार मेहनत का परिणाम है, जिसने उन्हें इस प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ने का मौका दिलाया।
कांगड़ा इंटरनेशनल स्कूल के प्रबंध निदेशक बादल कौशल और प्रिंसिपल अश्वनी के. धीमान ने छात्रों को इस शानदार सफलता पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह चयन स्कूल के खेल कार्यक्रम की गुणवत्ता और छात्रों में खेलों के प्रति जागरूकता का प्रमाण है।
इस उपलब्धि के पीछे डिपार्टमेंट ऑफ फिजिकल एजुकेशन के शिक्षक राहुल कुमार और पीटीआई व स्पोर्ट्स कोच अशिष मान्हास का मार्गदर्शन अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। उन्होंने छात्रों को तकनीकी और मानसिक रूप से मजबूत बनाया, ताकि वे जिला स्तर की प्रतियोगिता में उच्च प्रदर्शन कर सकें।
कांगड़ा इंटरनेशनल स्कूल, शाहपुर में खेलों को शिक्षा का अभिन्न हिस्सा माना जाता है। स्कूल में छात्रों को खेलों में प्रतिस्पर्धा करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है, जिससे उनकी शारीरिक फिटनेस के साथ-साथ टीम भावना और नेतृत्व कौशल भी विकसित होते हैं। स्कूल का यह दृष्टिकोण छात्रों को न केवल खेलों में बल्कि जीवन के अन्य क्षेत्रों में भी सफलता प्राप्त करने में मदद करता है।
पियूष ठाकुर ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, “मैं इस अवसर के लिए अपने कोच और स्कूल प्रशासन का धन्यवाद करता हूं। जिला स्तर की प्रतियोगिता में हमारे स्कूल का नाम रौशन करना मेरी बड़ी जिम्मेदारी है। मैं पूरी मेहनत और लगन से खेलों में प्रदर्शन करूंगा।”
प्रेम सिंह और अरिहंत मांकोटिया ने भी कहा कि उनका लक्ष्य है कि वे न केवल अपने व्यक्तिगत प्रदर्शन के लिए बल्कि पूरे स्कूल के गौरव के लिए उत्कृष्टता दिखाएं। उनका कहना है कि खेलों में अनुशासन और लगातार अभ्यास ही सफलता की कुंजी है।
स्कूल प्रशासन ने बताया कि आगामी जिला स्तर की प्रतियोगिता में चयनित छात्रों के लिए विशेष प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जाएंगे। इन सत्रों में तकनीकी अभ्यास, रणनीति निर्माण, मानसिक तैयारी और टीमवर्क पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसका उद्देश्य है कि छात्र जिला स्तर की प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करें और कांगड़ा इंटरनेशनल स्कूल का नाम ऊंचा करें।
यह उपलब्धि इस बात का भी प्रमाण है कि छोटे शहरों के स्कूल भी खेलों में राष्ट्रीय स्तर की प्रतिभा तैयार कर सकते हैं। कांगड़ा इंटरनेशनल स्कूल, शाहपुर ने यह साबित कर दिया है कि सही मार्गदर्शन, समर्पण और कठिन परिश्रम से कोई भी छात्र किसी भी स्तर की प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकता है।
स्कूल के प्रबंध निदेशक श्री बादल कौशल ने कहा, “हमें अपने छात्रों पर गर्व है। उनका चयन न केवल उनके व्यक्तिगत प्रयासों का परिणाम है बल्कि यह हमारे स्कूल की खेल संस्कृति और उत्कृष्टता का प्रमाण भी है। हम उन्हें जिला स्तर की प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए शुभकामनाएं देते हैं।”
इस अवसर पर स्कूल के अन्य शिक्षक और सहायक स्टाफ ने भी छात्रों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि खेलों में सफलता पाने के लिए सिर्फ प्रतिभा ही नहीं, बल्कि समर्पण, निरंतर अभ्यास और मानसिक दृढ़ता भी जरूरी है। यह चयन इन सभी गुणों का परिणाम है।
कांगड़ा इंटरनेशनल स्कूल, शाहपुर के खेल विभाग के कोच और प्रशिक्षक इस उपलब्धि को प्रेरक उदाहरण मानते हैं। उनका कहना है कि यह सफलता अन्य छात्रों को भी खेलों में अधिक भाग लेने और प्रतिस्पर्धा करने के लिए प्रेरित करेगी। स्कूल के अन्य छात्र अब और अधिक उत्साहित हैं कि वे भी अगले वर्ष जिला स्तर की प्रतियोगिता में चयनित हो सकें।
जिला स्तर की प्रतियोगिता में छात्र कांगड़ा इंटरनेशनल स्कूल, शाहपुर का प्रतिनिधित्व करेंगे और अपने खेल कौशल के माध्यम से अपने स्कूल का गौरव बढ़ाएंगे। इस उपलब्धि ने यह स्पष्ट कर दिया है कि स्कूल शिक्षा और खेलों के बीच संतुलन बनाने में सफल हो रहा है।
कुल मिलाकर, यह चयन कांगड़ा इंटरनेशनल स्कूल के छात्रों, कोचों और प्रशासन की मेहनत और समर्पण का परिणाम है। इस उपलब्धि ने छात्रों में आत्मविश्वास बढ़ाया है और उन्हें खेलों में उच्च लक्ष्य प्राप्त करने की प्रेरणा दी है।
आगामी जिला स्तर की प्रतियोगिता में पियूष ठाकुर, प्रेम सिंह और अरिहंत मांकोटिया अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से स्कूल का नाम रौशन करेंगे। सभी शिक्षक, अभिभावक और छात्र उनके लिए दुआ कर रहे हैं कि वे प्रतियोगिता में सर्वोच्च सफलता हासिल करें।
कांगड़ा इंटरनेशनल स्कूल, शाहपुर की यह सफलता न केवल स्थानीय बल्कि पूरे क्षेत्र के शिक्षा और खेल जगत में एक प्रेरणा स्रोत बन गई है। स्कूल का उद्देश्य छात्रों को खेलों और पढ़ाई दोनों में संतुलित और उत्कृष्ट बनाने का है।