शिमला- जसपाल ठाकुर
जिला शिमला के ठियेग में देवी मोड़ के समीप बुधवार सुबह एनएच पांच पर पहाड़ दरक गया। सुबह पांच बजे के करीब सड़क के ऊपरी तरफ की पहाड़ी का मलबा सड़क पर आ गिरा, जिस कारण एनएच पांच भारत-तिब्बत सीमा सड़क पर यातायात के लिए बंद हो गया। गनीमत यह रही कि दुर्घटना के समय सड़क से कोई वाहन नहीं गुजर रहा था। जिससे कोई बड़ा नुक़सान होने से बच गया। भूस्खलन के कारण सड़क के दोनों ओर करीब पांच किलोमीटर लंबा जाम लग गया, जिसमें सैकड़ों की संख्या में वाहन फंसें रहे।
हालांकि लोक निर्माण विभाग की ओर से मशीनों की सहायता से छह बजे के करीब सड़क को यातायात के खोलने के प्रयास शुरू कर दिए। लेकिन दोपहर तक भी मार्ग बहाल नहीं हो पाया। लोगों को पीने के लिए पानी तक नहीं मिल पाया। भूस्खलन स्थल पर पांच घंटे तक वाहनों में फंसे यात्रियों को सुबह के समय पड़ने वाली ठंड में कांपना पड़ा। इस स्थान पर कोई भी होटल या ढाबा न होने के कारण लोगों को पीने के पानी तक के लिए तरसना पड़ा।
बसों और निजी वाहनों में महिलाओं और बच्चों को खाए पीए बिना पांच घंटे से अधिक समय से इंतज़ार करना पड़ा। इस दौरान पुरुष पैदल चलकर खाने के सामान के लिए दुकानों के बारे में पूछते नज़र आए। जाम लगने के कारण स्कूली बच्चों, सरकारी कर्मचारियों को गंत्वय तक पहुंचने में खासी परेशानी हुई। कुछ स्कूली छात्रों ने सड़क न खुलने की संभावना को देखते हुए घर वापस जाना ही बेहतर समझा।
स्थानीय लोगों ने चुने वैकल्पिक रास्ते
एनएच बाधित होने पर स्थानीय लोगों ने ग्रामीण सड़कों को वैकल्पिक रास्तों के रूप में चुनकर अपना सफ़र जारी रखा। लोगों ने संधू से ठियोग के लिए बासा माहोग, संधू-लाफूघाटी-नैरल सड़कों को चुना। लेकिन बाहरी लोग व बड़े वाहन एनएच खुलने का इंतजार करते रहे।