शिमला – नितिश पठानियां
हिमाचल प्रदेश में एचआरटीसी के बाद अब निजी बसों में भी इलेक्ट्रॉनिक टिकटिंग मशीन(ईटीएम) का इस्तेमाल होगा। इस संबंध में परिवहन विभाग ने जरूरी निर्देश जारी कर दिए हैं। 2 दिसंबर को निजी स्टेज कैरिज बस ऑपरेटरों के साथ बैठक हुई थी, जिसमें निजी बस ऑपरेटरों के अध्यक्ष ने एचआरटीसी बसों की तर्ज पर निजी बसों में इलेक्ट्रॉनिक टिकटिंग मशीनों के उपयोग के लिए आवश्यक सलाह/दिशानिर्देश जारी करने का अनुरोध किया था।
इसका मकसद पारदर्शिता, जवाबदेही और कुशल किराया संग्रह सुनिश्चित करना, कैशलेस अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना और यात्री अनुभव को बेहतर बनाना है। अब परिवहन विभाग ने राज्य में सभी स्टेज कैरिज बसों में इलेक्ट्रॉनिक टिकटिंग मशीनों (ईटीएम) की स्थापना और उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए 9 तरह के निर्देश जारी किए हैं।
निदेशक परिवहन विभाग डीसी नेगी के बोल
निदेशक परिवहन विभाग डीसी नेगी ने सभी क्षेत्रीय परिवहन अधिकारियों को कहा है कि स्टेज कैरिज बसों में इलेक्ट्रॉनिक टिकटिंग मशीनों की खरीद और स्थापना के लिए निजी बस ऑपरेटरों को प्रोत्साहित करें।
परिवहन विभाग ने दिए ये निर्देश
1. सभी स्टेज कैरिज बस ऑपरेटर अपने वाहनों में (निर्दिष्ट समय सीमा, उदाहरण के लिए, 2 महीने) के भीतर ईटीएम स्थापित करने और सक्रिय करने पर विचार करेंगे।
2. ईटीएम को मौजूदा किराया संग्रहण प्रणाली के साथ एकीकृत किया जा सकता है और निर्धारित तकनीकी विशिष्टताओं का अनुपालन किया जा सकता है।
3. ऑपरेटर निर्बाध लेनदेन प्रसंस्करण, सटीक किराया गणना और इलेक्ट्रॉनिक टिकट जारी करना सुनिश्चित करेंगे।
4. यात्रियों को एसएमएस, ईमेल या मोबाइल ऐप के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक टिकट प्राप्त होने चाहिए।
5. ऑपरेटरों को निरीक्षण उद्देश्यों के लिए लेनदेन, किराया संग्रह और टिकट बिक्री का रिकॉर्ड रखना होगा।
6. अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए नियमित निरीक्षण किया जा सकता है।
7. ईटीएम जीपीएस सक्षम और इंटरनेट से जुड़े होने चाहिए।
8. मशीनों को कई भुगतान मोड (जैसे, कैशलेस, कार्ड, मोबाइल वॉलेट) का समर्थन करना चाहिए।
9. ईटीएम को किराया विवरण, मार्ग की जानकारी और लेनदेन इतिहास प्रदर्शित करना होगा।