मंडी, 08 अक्टूबर – डॉली चौहान
अगर आपका नवविवाह हुआ है और आप पहली बार अपने पति की लंबी आयु के लिए करवाचौथ का व्रत रखने की सोच रही हैं या अपने व्रत का उद्यापन करने के बारे में सोच रही हैं तो इस बार इन दोनों विचारों को अपने मन से निकाल लें।
इस बार करवा चौथ का व्रत अस्त में आने के कारण इसकी शुरुआत और उद्यापन नहीं हो पाएंगे। बिलासपुर जिला के बरठीं गांव निवासी प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित हितेश गौतम ने इसकी पुष्टि की है।
उन्होंने बताया कि हर वर्ष करवा चौथ का व्रत कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस बार यह तिथि 12 अक्तूबर की रात 2 बजे से शुरू हो जाएगी और 13 अक्तूबर की रात 3 बजकर 9 मिनट तक जारी रहेगी। इसलिए 13 अक्तूबर को करवा चौथ का व्रत किया जाएगा, जो रात को चंद्रमा के दर्शनों के साथ संपन्न होगा।
लेकिन इस वर्ष शुक्र के अस्त होने के कारण व्रत की शुरुआत और उद्यापन करना लाभकारी नहीं रहेगा। शास्त्रों के अनुसार शुक्र और बृहस्पति ग्रहों की उदयवस्था में ही व्रतों की शुरुआत और उद्यापन फलदायी माना गया है।
जो पहले से कर रही हैं व्रत उनके लिए कोई पाबंदी नहीं
जो महिलाएं पहले से करवा चौथ का व्रत कर रही हैं उन पर इस अस्त का कोई प्रभाव नहीं है। यह सिर्फ नई शुरूआत और समापन के लिए लाभदायी नहीं माना गया है। महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए नियमानुसार व्रत कर सकती हैं।