अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियां पूरी तरह भारत विरोधी।
शिमला – नितिश पठानियां
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता ठियोग के विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने कहा है कि अमेरिका प्रदेश के पांच हजार करोड़ की सेब आर्थिकी को पुरी तरह तहस नहस करने में लगा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियां पूरी तरह भारत विरोधी है।
आज यहां एक पत्रकार सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कुलदीप राठौर ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रम्प एक बिजनेसमैन है और हमेशा बिजनेस की सोच रखते है व इसी की बात करते है।
उन्होंने कहा कि हाल ही में भारत अमेरिका के बीच चल रही व्यापार वार्ता से साफ संकेत मिल रहे हैं कि देश मे आयाती अमेरिकी सेब,विशेष तौर पर रेड डिलिशियस किस्म के टैरिफ में कटौती के लिये भारी दबाव बनाया जा रहा है,जो सीधे तौर पर हिमाचल के सेब से प्रतिस्पर्धा होगी।
उन्होंने कहा कि मौजूदा आयात शुल्क अभी 50 प्रतिशत है और अगर इसे ओर भी कम किया जाता है तो यह प्रदेश की सेब आर्थिकी पर बहुत बड़ा प्रहार होगा और हिमाचल के सेब उत्पादकों के साथ बड़ा अन्याय होगा।
राठौर ने इस संदर्भ में देश के वाणिज्यि एवं उद्योग मंत्री पीयूश गोयल को एक पत्र लिख कर प्रदेश के सेब उत्पादकों की चिंताओं से अवगत करवाते हुए कहा है कि हिमाचल में सेब उद्योग प्रदेश की अर्थव्यवस्था की आधारशिला है जो सालाना लगभग पांच हजार करोड़ का योगदान देता है। 1,5 लाख से अधिक परिवार इस उद्योग से सीधे जुड़े है।
राज्य में सालाना लगभग 6,5 लाख मीट्रिक टन सेब का उत्पादन होता है जो भारत का लगभग 25 प्रतिशत है। दूसरी ओर अमरीकी सेब रेड डिलिसिय बड़े पैमाने पर मशीनीकृत उत्पादन पर्याप्त सरकारी सब्सिडी से लाभान्वित होता है। इसकी लागत भी कम आती है जबकि प्रदेश में सेब उत्पादन की कीमत अमेरिका के सेब से कही अधिक है।
राठौर ने प्रदेश के सातों भाजपा सांसदों को भी इस पत्र की प्रति प्रेषित करते हुए इस मुद्दे को प्रधानमंत्री व वाणिज्य मंत्री के समक्ष मजबूती के साथ उठाने का आग्रह किया है।
उन्होंने कहा है कि प्रदेश के सेब बागवानों के हितों की रक्षा के लिये भारत को किसी बाहरी देश के दबाव को रोकने के लिये सामूहिक प्रयासों की बहुत जरूरत है।
उन्होंने कहा है कि हिमाचल प्रदेश के सेब उत्पादक केवल किसान ही नही है वह हमारे राज्य की अर्थव्यवस्था और सांस्कृतिक विरासत के सरंक्षक है, जिनका सरंक्षण बहुत ही जरूरी है।