वारिस पंजाब दे संगठन के मुखिया अमृतपाल सिंह के साथी तेजिंदर सिंह उर्फ गोरखा बाबा की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है।
पंजाब – भूपेंद्र सिंह राजू
अमृतपाल को लेकर अमनीत कोंडल एस.एस.पी. खन्ना ने प्रेस कान्फ्रेंस की है। इस दौरान उन्होंने अमृतपाल के खालिस्तान प्लान को लेकर खुलासा किया है।
एस.एस.पी. कोंडल ने खुलासा करते हुए कहा कि अमृतपाल दो नामों से फोर्स तैयार कर रहा था। एक का नाम आनंदपुर खालसा फोर्स, दूसरी का नाम आनंदपुर टाइगर फोर्स रखा था।अमृतपाल ने खालिस्तानी झंडे व कंरसी भी तैयार कर ली थी।
इस दौरान उन्होंने वारिस पंजाब दे संगठन के मुखिया अमृतपाल सिंह के साथी तेजिंदर सिंह उर्फ गोरखा बाबा की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है।तेजिंदर सिंह को पायल पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जिसके बाद उससे अहम जानकारी मिली थी।
इसकी जानकारी देते हुए खन्ना के एस.एस.पी. अमनीत कोंडल ने कहा कि पूछताछ के दौरान गोरखा बाबा ने खुलासा किया कि अमृतपाल द्वारा ए.के.एफ. एक फौज तैयार की गई थी जिसमें उन लोगों को शामिल किया जाता था जो नशा छोड़ना चाहते थे।
इस फौज में गोरखा बाबा भी शामिल थे। गोरखा बाबा भी एक पूर्व ड्रग एडिक्ट थे जो एक नशा मुक्ति केंद्र गए और वहां से उन्हें इस फौज में शामिल किया गया। सेना में शामिल लोगों को भी पुलिस की तरह बैलेट नंबर दिए जाते थे और अमृतपाल उनको तनख्वाह भी अपने पास से देता था।
पूछताछ के दौरान यह भी खुलासा हुआ कि खालिस्तान बनाने के लिए हथियारबंद संघर्ष छेड़ने की योजना बनाई जा रही थी, जिसमें गोरखा बाबा सक्रिय सदस्य थे।
एस.एस.पी. ने बताया कि गोरखा बाबा द्वारा की गई जांच में पता चला कि विक्रमजीत सिंह खालसा नामक व्यक्ति ने अमृतपाल से उसका संपर्क किया था और अमृतपाल ने उसे अपना गनमैन बनाकर तैनात कर दिया था।
उन्हें ए.के.एफ. के लोगों लगाकर हथियार भी मुहैया करवाए गए थे। गोरखा बाबा अजनाला कांड में भी शामिल बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूछताछ के दौरान गोरखा बाबा से और भी बड़े खुलासे होने की उम्मीद है।