कुल्लू – आदित्य
बिदा लगी दशमी ढालपुर शाला मैदान गाने पर पारंपरिक परिधानों और आभूषणों में सुसज्जित महिलाओं ने नाटी में भाग लिया। इसमें हज़ारों महिलाओं ने जागरूकता का संदेश दिया।
अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव के तीसरे दिन रथ मैदान में सुबह 10 बजे से पंजीकरण शुरू हुआ। एक के एक महिलाओं ने अपना पंजीकरण करवाया। महानाटी शत प्रतिशत मतदान, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और नशा मुक्ति थीम ओर आयोजित की गई।
महानाटी में कुल 12 पहाड़ी गाने गाए
इसमें ऐसा डेहरी बागा कुण वसदा, खेलदी एजे मेरी लालड़िये, हाडे मामुआ हो, शुणे बुधुआ मामा घलाटुआ, छिड़ी चुंघणी झुका मक्का मेल वोहणा सेरी, बाकी पटु आइए, वेद रामा ठाकरा शाल देनी कुल्लू व निशानी हो, देश शोभला हिमाचल प्यारा, रेड सेउए रा हो नीमा, चल घरा वे जाणा आदि गाने गाए। इन सभी गानों में सांस्कृति की झलक पेश की।
इसमें शत-प्रतिशत मतदान को लेकर जागरूकता का बहुत बड़ा संदेश दिया गया। जिला भर से महिलाएं अपने पारंपरिक परिधानों और आभूषणों में सुसज्जित होकर जिला की संस्कृति का बखान किया। कुल्लू की महानाटी पहले ही गिन्नीज वर्ल्ड आफ रिकार्ड में अपना नाम दर्ज करवा चुकी है और जिला के लिए यह गौरव की बात है।