अगर हाथ कांपने की वजह से रोजमर्रा के टास्क पूरे करने में मुश्किलें आने लगें, तो मरीज को बिना देर किए डाक्टर के पास जाना चाहिए। हालांकि, इस बीमारी का मुख्य कारण क्या है, इसका अब तक पता नहीं चल सका है। विशेषज्ञों का मानना है कि जींस में कुछ बदलाव होने के कारण एसेंशियल ट्रेमर हो सकता है। इस बीमारी से निपटने के लिए डाक्टर आपको दवाइयां या ऑक्यूपेशनल थैरेपी दे सकते हैं।
हिमखबर – डेस्क
आमतौर पर हाथ-पांव कांपने को हम कोई गंभीर समस्या नहीं मानते है। हर व्यक्ति को अपने जीवन में कभी न कभी हाथ-पांव के कांपने की स्थिति का अनुभव जरूर हुआ होगा। ऐसा कभी डर की वजह से होता है, तो कभी साइकोलॉजिकल फेक्टर जिम्मेदार हो सकता है।
लेकिन कभी-कभी हाथ-पांव कांपना किसी बीमारी के चलते भी होता है। इसलिए अगर लंबे समय तक आपको हाथ-पांव कांपने की समस्या हो, तो नजरअंदाज करना सही नहीं है।
जरूरी है कि हाथ-पांव कांपने की वजह को जानकर आप इसके बचाव के उपाय आजमाएं ऐसा कैसे कर सकते हैं? आइए जानते हैं।
नींद की कमी
अगर कोई व्यक्ति लंबे समय तक पर्याप्त नींद नहीं लेता है, तो उसे कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं। अकसर सिरदर्द, थकान जैसी सामान्य समसयाएं देखने को मिलती हैं। वहीं, अगर कोई बहुत लंबे समय तक अच्छी नींद नहीं ले रहा है, तो एक समय बाद उसके हाथ-पांव कांपने लगते हैं।
दरअसल जब आप अच्छी नींद नहीं लेते हैं, तो इस वजह से न्यूरोलॉजिकल रिफ्लेक्सेस (किसी चीज के प्रति शरीर की तुरंत प्रतिक्रिया को रिफ्लेक्सेस कहा जाता है) ट्रिगर हो सकती है। इस वजह से कुछ कामकाज करते वक्त हाथ-पांव कांप सकते हैं।
लो ब्लड प्रेशर होना
शरीर की नसें और मस्सल्स, ब्लड शुगर की वजह से सही तरह से काम कर पाती हैं। जब किसी वजह से ब्लड शुगर का स्तर गिर जाता है, तो हाथ-पांव में कंपकंपी होने लगती है। ऐसी स्थिति में जरूरी है कि बीपी को कंट्रोल में रखा जाए।
इसके लिए शराब से दूर रहना, स्मोकिंग न करना और डाइट का सही ध्यान रखा जाना चाहिए। अगर इसके बावजूद, हाथ-पांव की कंपकंपी बंद न हो, तो बेहतर है कि डाक्टर से संपर्क करें।
ओवरएक्टिव थायराइड का होना
शायद आपको यह जानकर हैरानी हो, ओवरएक्टिव थायराइड की वजह से भी हाथ-पांव कांप सकते हैं। इसका मतलब है कि थायराइड ग्लैंड शरीर को हेल्दी और फिट रखने के लिए काफी मेहनत कर रही है। इसका असर हार्ट पर पड़ता है।
ओवरएक्टिव थायराइड में अकसर लोगों का बिना वजह वजन घटने लगता है और नींद लेने में भी परेशानी आती है। आपका थायराइड ओवरएक्टिव है, यह जानने के लिए ब्लड टेस्ट करवाया जाता है।
एसेंशियल ट्रेमर
यह एक खतरनाक किस्म की सिचुएशन है। एसेंशियल ट्रेमर होने पर व्यक्ति कप, गिलास या चश्मा जैसी छोटी-छोटी चीजें उठाने में भी समस्या महसूस करता है। सामान उठाते या पकड़ते वक्त मरीज के हाथ कांप सकते हैं। अगर इसका स्तर सीमित रहे, तब तो कोई दिक्कत नहीं है।
वहीं, अगर हाथ कांपने की वजह से रोजमर्रा के टास्क पूरे करने में मुश्किलें आने लगें, तो मरीज को बिना देर किए डाक्टर के पास जाना चाहिए।
विशेषज्ञों का मानना है कि जींस में कुछ बदलाव होने के कारण एसेंशियल ट्रेमर हो सकता है। डाक्टर आपको दवाइयां या ऑक्यूपेशनल थैरेपी दे सकते हैं। कुछ मामलों में सर्जरी भी की जाती है।