HRTC के चालक-परिचालक की ईमानदारी, यात्री को लौटाई 38 हजार की राशि।
बिलासपुर – सुभाष चंदेल
एचआरटीसी (HRTC) के ऋषिकेश-बिलासपुर बस रूट पर जा रहे चालक राज कुमार और परिचालक बालक राम ने ईमानदारी की मिसाल कायम की है। दोनों ने एक व्यक्ति के खोए हुए 38,500 रुपये वापस कर दिए, जो बस में रह गए थे।
दरअसल, 27 जून को, बिलासपुर से ऋषिकेश जाने वाली बस में परिचालक बालक राम ने देखा कि सीट नंबर 4-5 पर एक बैग पड़ा हुआ था।
उन्होंने सभी यात्रियों से इसके बारे में पूछा, लेकिन किसी ने भी इस बैग को अपना नहीं बताया। ऋषिकेश पहुंचने पर भी किसी ने बैग को अपनाने की बात नहीं की।
परिचालक बालक राम और चालक राज कुमार ने बैग को वापस बिलासपुर लाकर अड्डा प्रभारी राकेश कुमार को सौंप दिया।
बैग की जांच करने पर उसमें सब्जियां, फल, एटीएम कार्ड, पासबुक और 38,500 रुपये की राशि मिली। पासबुक में दर्ज पते के आधार पर पैसे खोने वाले व्यक्ति रणजीत परनाली बंदला का पता लगाया गया और उन्हें सूचित किया गया।
उप मंडलीय प्रबंधक विवेक लखनपाल के बोल
एचआरटीसी के उप मंडलीय प्रबंधक विवेक लखनपाल ने रणजीत को उनकी राशि लौटा दी। उन्होंने बस चालक और परिचालक की ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा की प्रशंसा की और घोषणा की कि इन कर्मचारियों को प्रबंधन की ओर से प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।
ये दिया सन्देश
यह घटना न केवल एचआरटीसी कर्मचारियों की ईमानदारी को दर्शाती है, बल्कि समाज में नैतिकता और सद्भावना के महत्व को भी रेखांकित करती है। ऐसे उदाहरण सभी के लिए प्रेरणादायक हैं और समाज में विश्वास बनाए रखते हैं।