पटवार सर्किलों का नियमित निरीक्षण करें उपमंडलाधिकारी: डीसी, फील्ड में जाकर लोगों की समस्याओं का निदान करने के भी दिए निर्देश, भूमिहीनों के लिए गृह निर्माण को जमीन उपलब्ध करवाने पर भी की चर्चा, ई-समाधान के तहत प्राप्त शिकायतों का निपटारा करने के भी दिए निर्देश
धर्मशाला, 03 जुलाई। राजीव जस्वाल
उपायुक्त कांगड़ा डा निपुण जिंदल ने उपमंडलाधिकारियों को नियमित तौर पर पटवार सर्किलों के निरीक्षण तथा फील्ड में जाकर लोगों की समस्याओं का त्वरित निपटारा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। इस बाबत शनिवार को मिनी सचिवालय में राजस्व कार्यों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि भू-संबंधी लंबित मामलों को त्वरित निपटाने के लिए कारगर कदम उठाए जाएं ताकि लोगों को बार-बार सरकारी कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़ें।
उन्होंने कहा कि राजस्व संबंधी रिकार्ड भी लोगों को आनलाइन मिले इस के लिए भी त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि जिन तहसीलों का राजस्व रिकार्ड आनलाइन नहीं हुआ है उसे प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण करने के लिए कारगर कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि उपमंडल स्तर पर राजस्व अधिकारियों के साथ नियमित तौर पर समीक्षा बैठक भी आयोजित की जाए।
उन्होंने कहा कि ई-समाधान के माध्यम से प्राप्त शिकायतों को निपटाने के लिए भी गंभीरता से प्रयास किए जाएं इस के लिए उपमंडल स्तर पर ही नियमित तौर पर मीटिंग भी आयोजित की जाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधी योजना के तहत पात्र किसान परिवारों के आधारकार्ड के सत्यापन इत्यादि के कार्यों को समयबद्व पूरा किया जाए ताकि पात्र लोगों को योजनाओं का लाभ मिल सके।
उन्होंने कहा कि भूमि हीन लोगों को गृह निर्माण के लिए जमीन उपलब्ध करवाने के लिए भी उचित कदम उठाए जाएं, पंद्रह दिन के भीतर जमीन का चयन तथा अभ्यर्थियों के आवदेन पत्रों की जांच सुनिश्चित की जाए। उन्होंने सभी उपमंडलाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि भूमिहीन परिवारों को गृह निर्माण के लिए जमीन उपलब्ध करवाने के लिए मिशन मोड में कार्य किया जाए और जिला में पात्र आवेदनकर्ताओं को निर्धारित समय के भीतर जमीन उपलब्ध करवाई जाए।
इससे पहले एडीएम रोहित राठौर ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए राजस्व विभाग के विभिन्न कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई। इस अवसर पर कांगड़ा जिला के समस्त उपमंडलाधिकारी उपस्थित थे।