कुठमां के समीप एनएच पर मलबा गिरने से वाहन चालक व राहगीर परेशान, नाली बन गई है नाला, जिम्मेदार कंधों को इससे नहीं है कोई लेना-देना, दो पहिया वाहन चालकों को हर समय सताता है हादसे का डर
शाहपुर – नितिश पठानियां
सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग 154 पर बनोई के समीप कुठमां में कांगड़ा एयरपोर्ट की पहाड़ी से लगातार मलबा गिर रहा है। यहां जिस नाली से पानी व मलबा आ रहा था वह अब नाला बन गई है लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की नींद नहीं टूट रही है।
मलबे के कारण राहगीर व वाहन चालक परेशान हैं। पहाड़ी से गिर रहे मलबे के कारण एयरपोर्ट व रनवे को नुकसान हुआ तो उड़ानें प्रभावित हो सकती हैं। हैरानी की बात यह है कि शनिवार को इसी मार्ग से हिमाचल के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल व केंद्रीय राज्य मंत्री दुर्गा दास भी चंबा गए थे लेकिन प्रशासन अब भी नींद में सोया हुआ है।
कोई भी विभाग इस समस्या को निपटाने के लिए तैयार नहीं है। देर रात मलबा गिरने से पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग दो घंटे बंद रहा था। इस दौरान नूरपुर से मरीज को टांडा अस्पताल ले जा रही एंबुलेंस भी फंस गई थी। इस दौरान मार्ग के दोनों ओर वाहनों की कतारें लग गई थी।
हर पल रहता है हादसे का खतरा – विशाल
मैं हर रोज काम के सिलसिले में रजोल से गगल बाजार स्कूटी लेकर जाता हूं। कुठमां के समीप पहुंचते ही मुझे हर समय हादसे का खतरा सताता रहता है। लगता है प्रशासनिक अधिकारियों को इससे कोई लेना-देना नहीं है।
रोजाना जाम से हो रही देरी – मुनीष डोगरा
रोजाना सुबह-शाम जाम लग रहा है। दो पहिया वाहन चालकों को हर समय हादसे का डर सता रहा है। जाम लगने से लंबी दूरी पर जाने वाली गाड़ियां भी लेट हो रही हैं। समस्या का प्राथमिकता पर समाधान होना चाहिए।
कांगड़ा एयरपोर्ट पर भी खतरा – अनिल राणा
अगर समय रहते कांगड़ा एयरपोर्ट पर ध्यान नहीं दिया तो प्रशासन को इसके परिणाम भुगतने पड़ेंगे। अब भी समय है। मलबे की समस्या के स्थायी समाधान के लिए प्रशासन को जल्द से जल्द कदम उठाने की जरूरत है।
रनवे से नहीं की जा सकती छेड़छाड़ – धीरेंद्र सिंह, निदेशक एयरपोर्ट
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को इस बाबत अवगत करवा दिया है। इस समस्या का समाधान यह है कि अगर एनएच के बीच में सीमेंट की पाइप डाल दी जाए तो पानी सीधा बनोई खड्ड में चला जाएगा। अगर एयरपोर्ट के रनवे से छेड़छाड़ की तो विमान सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं।