बहनें विलाप करते हुए बोलीं साहिल भाभी कब लाओगे, एक साथ दो अर्थियां देख हर कोई रोया, माहौल रहा गमगीन, एक बेटे का पहले हो गया था निधन, दिहाड़ी लगाकर बेटे के लिए खरीदी थी बाइक, हर आंख हुई नम
देहरा – शिव गुलेरिया
बेटे की बाइक पर बैठकर अपने काम पर जाते समय 70 वर्षीय प्यार चंद ने यह नहीं सोचा होगा कि बाप-बेटे का यह आखिरी सफऱ होगा और उनकी इकट्ठी ही अर्थी उठेगी। रविवार को दोनों की एक साथ अर्थी उठी तो हर कोई रोया, माहौल पूरी तरह गमगीन रहा। प्यार चंद की दो बेटियां व दो बेटे थे। एक बेटे का पहले ही देहांत हो चुका है।
बेटियों की शादी हो चुकी है और अब बाप-बेटा हादसे में सबको छोड़ गए। अब परिवार में प्यार चंद की पत्नी यशोदा रही हैं। एक साथ दो अर्थियां देखकर परिवार व स्वजन ही नहीं बल्कि पूरा गांव रोया। कोई व्यक्ति ऐसा नहीं था, जिसकी आंखों में आंसु नहीं थे।
बता दें कि शनिवार क़ो देहरा की पंचायत खैरियां के सपडू के रहने वाले प्यार चंद व मोटर साइकिल चला रहे उनके 22 वर्षीय इकलौते बेटे साहिल की बेसहारा पशु के आगे आ जाने से गिरने पर पिता की देहरा में और पुत्र की टांडा ले जाते समय दर्दनाक मौत हो गई थी। उनकी मृतक देह कल देर रात टांडा से घर आई तो गांव में कोहराम मच गया।
रविवार क़ो पिता पुत्र की अर्थी एक साथ उठी तो पूरा गांव खैरियां रोया। अपनों परायों के विलाप से कोहराम मचा रहा था। बहनें साहिल क़ो कह रहीं थीं, भाभी कब लाओगे, तो मां इकलौता चिराग काल के ग्रास में चले जाने की बात कह रही थी। कह रही थी घर उजड़ गया।
रविवार क़ो सुबह दोनों की अर्थी एक साथ उठी तो घर में चीखों पुकार और विलाप मच गया। इस मौका पर गांव की कई महिलाएं व पुरुष और रिश्तेदार पहुंचे हुए थे। दोनोें ही शवों को प्यार चंद के सौतेले भाई ने मुखाग्नि दी। प्रशासन की ओर से परिवार को फौरी राहत के तौर पर 50 हजार रुपये दिए हैं।