तीन आरोपी गिरफ्तार; नालागढ़ से चला रहे थे रैकेट, 13 राज्यों के लोग शिकार, 6.67 करोड़ की ट्रांजेक्शन।
सोलन – रजनीश ठाकुर
देश भर के लोगों से शेयर ट्रेडिंग और क्रिप्टो इन्वेस्टमेंट में मुनाफे का झांसा देकर करोड़ों की ठगी करने वाले एक संगठित गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए बद्दी पुलिस ने तीन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
भारत सरकार की साइबर हेल्पलाइन पर देश के 13 राज्यों से आई शिकायतों की जांच के बाद यह खुलासा हुआ कि ठगी का पूरा नेटवर्क बद्दी-नालागढ़ क्षेत्र से संचालित किया जा रहा था। करोड़ों रुपए का लेन-देन स्थानीय बैंकों के माध्यम से किया गया, जिनके 23 खातों को पुलिस ने फ्रीज कर दिया है।
इन आरोपियों के खाते में छह करोड़ 67 लाख रुपए का लेन-देन हुआ है। आरोपियों को अदालत में पेश करने पर इन्हें तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
गत 15 अप्रैल को इस संबंध में मुक़दमा दर्ज किए जाने के बाद जब पुलिस ने जांच शुरू की, तो सामने आया कि आरोपी निवेश के नाम पर लोगों को पहले एक मोबाइल ऐप या लिंक के माध्यम से आकर्षित करते थे, फिर धीरे-धीरे बड़ी रकम ट्रांसफर करवा लेते थे।
आरोपियों में अमृत पाल पुत्र ब्यास देव गांव रत्योड़ नालागढ़, जसप्रीत सिंह पुत्र सुरजीत सिंह गांव रत्योड़ नालागढ़ व फिरोज खान पुत्र भाग मोहम्मद नवाग्राम झज्जरा नालागढ़ शामिल हैं।
जांच में पाया गया कि अमृत पाल के नाम से विभिन्न बैंकों में नौ खाते खोले गए, जिनसे लगभग 40 लाख रुपए का लेन-देन हुआ। जसप्रीत सिंह के चार खातों से 28 लाख और फिरोज खान के आठ खातों से चार करोड़ रुपए की ट्रांजेक्शन दर्ज हुई है।
23 बैंक खाते फ्रीज
पुलिस ने इस घोटाले में प्रयोग किए गए 23 बैंक खातों को फ्रीज़ कर दिया है, साथ ही पांच मोबाइल नंबर और तीन मोबाइल उपकरणों के आईएमआई नंबर ब्लॉक किए गए हैं।
जांच में यह भी संकेत मिले हैं कि यह गिरोह अन्य राज्यों में फैले साइबर ठगों के साथ मिलकर एक संगठित ठगी नेटवर्क का हिस्सा है। पीडि़तों को क्रिप्टो करंसी यूएसडी, फर्जी ट्रेडिंग प्लेटफार्म और रिटर्न स्कीम्स के नाम पर फंसाया गया।
एसपी बद्दी विनोद धीमान के बोल
एसपी बद्दी विनोद धीमान ने कहा कि जांच जारी है, गिरोह से जुड़े अन्य सदस्य गिरफ्त में होंगे। वहीं बिलासपुर का 1.5 करोड़ की ट्रांजेक्शन से जुड़ा मामला भी जांच के घेरे में है। फर्जी नौकरी घोटाले और संदिग्ध बैंक ट्रांजेक्शन के अन्य केस भी सामने आए हैं।

