मंडी में प्रवासी मजदूर ही निकले लुटेरे: पेंटर बनकर घुसे, घर का नक्शा देखा, फिर 10 लाख लूट कर भागे

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सुंदरनगर/मंडी – अजय सूर्या

मंडी जिला के सुंदरनगर में बंदूक की नोक पर बुजुर्ग दंपति से करीब 10 लाख रुपये की लूटपाट के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। घटना में शामिल पांचों आरोपी उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और पहले मंडी व बल्ह में मजदूरी कर चुके हैं। मंडी पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और खुफिया जानकारी के आधार पर मामले को सुलझाते हुए सभी अपराधियों तक पहुंच बनाई। चार को यूपी पुलिस ने मुठभेड़ में पकड़ा, जबकि मास्टरमाइंड मंडी से ही गिरफ्तार हुआ है।

चोरी की बाइक से पहुंचे थे लूट करने

10 मई की रात मंडी शहर से एक बाइक चोरी की गई थी। अगले दिन यानी 11 मई को दोपहर के समय, चारों अपराधियों ने उसी बाइक से सुंदरनगर में सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य के घर धावा बोला। बंदूक की नोक पर बुजुर्ग दंपति से लाखों के गहने और नकदी लूट ली और फरार हो गए।

पहले की थी मजदूरी, घर का नक्शा था तैयार

लूट की योजना पहले से रची गई थी। जांच में खुलासा हुआ है कि लूट में शामिल दो आरोपी पहले उसी घर में पेंटिंग का काम कर चुके थे। बाकी अन्य आरोपी भी बल्ह और सुंदरनगर में पहले मजदूरी कर चुके हैं, जिससे उन्हें घरों और रास्तों की पूरी जानकारी थी।

पुलिस का एक्शन: मंडी से लेकर यूपी तक छापेमारी

एसपी मंडी साक्षी वर्मा ने बताया कि घटना की सूचना के बाद मंडी पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की। सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय इनपुट्स के जरिए आरोपियों की पहचान हुई। पहली मुठभेड़ में यूपी पुलिस ने जावेद और शाहिद को गिरफ्तार किया।

दूसरी मुठभेड़ में सरताज और सलमान पकड़े गए। मास्टरमाइंड जुनैद मंडी में शाहिद के साथ मजदूरी कर रहा था, जिसे पुलिस ने डडौर से गिरफ्तार किया। जुनैद ने सितंबर 2024 में बल्ह थाने में पंजीकरण भी करवाया था और उसका कमरा ही गैंग का अड्डा था।

CCTV फुटेज के जरिए गैंग तक पहुंची पुलिस

चारों आरोपियों से यूपी पुलिस ने सुंदरनगर की लूट और मंडी से चोरी गई बाइक भी बरामद कर ली है। एसपी ने बताया कि जावेद और सरताज मंडी में बाइक चोरी की वारदात में शामिल थे और उनके चेहरे सीसीटीवी में स्पष्ट दिखे थे। इसी फुटेज के जरिए पुलिस ने पूरे गैंग तक पहुंच बनाई।

प्रवासी मजदूर बनकर आ रहे हैं अपराधी!

एसपी मंडी ने चिंता जताई कि बाहरी राज्यों से मजदूरी के बहाने हिमाचल में घुस रहे अपराधी चोरी और डकैती को अंजाम दे रहे हैं। मार्च में पुलघराट में हुई लूटपाट और गोलीकांड के आरोपी अजमल और आजम भी यूपी से आए कारपेंटर थे, अजमल और आजम दो सगे भाई थे। सुंदरनगर लूटपाट में शामिल गैंग के सदस्य भी इसी पैटर्न पर आए थे।

पहले मजदूरी, फिर रेकी और फिर लूट

इस घटना ने साफ कर दिया है कि प्रदेश में बाहरी राज्यों से आ रहे प्रवासी मजदूरों की गहन जांच और निगरानी अब जरूरी हो चुकी है। बंदूक की नोक पर हो रही घटनाएं न सिर्फ कानून-व्यवस्था को चुनौती दे रही हैं, बल्कि आम लोगों की सुरक्षा पर भी बड़ा सवाल खड़ा कर रही हैं।

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