शिमला – नितिश पठानियां
बिजली बोर्ड मुख्यालय, शिमला में एक भावुक लेकिन प्रेरणादायक माहौल में बिजली बोर्ड इम्प्लाइज, इंजीनियर एवं पेंशनर्स की ज्वाइंट एक्शन कमेटी द्वारा स्वर्गीय इंजीनियर विमल नेगी की जयंती के अवसर पर भ्रष्टाचार विरोधी दिवस मनाया गया।
यह आयोजन दोपहर 1:00 से 2:00 बजे के बीच आयोजित किया गया, जिसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि इस दिन को हर वर्ष भ्रष्टाचार विरोधी दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इस अवसर पर जॉइंट एक्शन कमेटी के संयोजक इंजीनियर कमलेश ठाकुर, सह-संयोजक हीरा लाल वर्मा तथा अखिल भारतीय पावर इंजीनियर फेडरेशन के पैटर्न इंजीनियर सुनील ग्रोवर ने अपने विचार रखते हुए भ्रष्टाचार पर तीखा प्रहार किया।
उन्होंने कहा कि स्वर्गीय विमल नेगी को आत्मदाह जैसा कठोर कदम उठाने के लिए बाध्य करने वाली परिस्थितियों के पीछे विभागीय भ्रष्टाचार एक प्रमुख कारण रहा। प्रारंभिक जांच व चर्चाओं से यह संकेत मिले हैं कि उनके कार्यस्थल पर पनप रहे भ्रष्टाचार ने उन्हें मानसिक रूप से अत्यधिक दबाव में ला दिया था।
ई. सुनील ग्रोवर ने मांग की कि जिन अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज है, उन्हें भारतीय संविधान की धारा 311 के अंतर्गत तुरंत बर्खास्त किया जाए और उनके खिलाफ आपराधिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार न केवल कार्यस्थलों की कार्यकुशलता को प्रभावित करता है, बल्कि कर्मचारियों के मनोबल, प्रतिष्ठा और जनता की विश्वास पर भी गंभीर आघात करता है।
इस आयोजन में बिजली बोर्ड, पावर कॉर्पोरेशन और संचार निगम के कर्मचारियों, अभियंताओं और पेंशनर्ज ने एकमत होकर शपथ ली कि वे अपने-अपने कार्यस्थलों पर पारदर्शिता और ईमानदारी को प्राथमिकता देंगे और भ्रष्टाचार के खिलाफ निरंतर आवाज उठाएंगे।
इसके साथ ही ई. सुनील ग्रोवर की अध्यक्षता में एक हाई पावर कमेटी के गठन की घोषणा की गई, जो प्रदेश के पावर सेक्टर में भ्रष्टाचार पर निगरानी रखेगी। सभी कर्मचारियों से आग्रह किया गया कि वे इस समिति को किसी भी तरह के भ्रष्टाचार की जानकारी देने में सहयोग करें।