नालागढ़/सोलन – रजनीश ठाकुर
हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के नालागढ़ के रामपुर गांव में नवविवाहिता नेहा झींझरी संदिग्ध हालात में मौत हो गई। नेहा की शादी नालगढ़ के फौजी जवान से हुई थी औऱ वह पंजाब के आनंदपुर साहिब की रहने वाली थी। ऐसे में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत ने पूरे क्षेत्र में सनसनी मचा दी है।
नेहा की शादी मात्र 5 महीने पहले रामपुर गांव के एक आर्मी जवान के साथ हुई थी। मृतका के परिजनों ने ससुराल वालों पर जहर देकर हत्या करने का गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि नेहा को जहर देने के बाद ससुराल वालों ने उसे इलाज के लिए अस्पताल नहीं पहुंचाया, जिसके कारण वह घर पर तड़पती रही। परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि इस दौरान गांव के लोग मूकदर्शक बने रहे और कोई मदद नहीं की गई।
परिजनों की शिकायत है कि जब वे इस मामले को लेकर जोघों पुलिस चौकी पहुंचे, तो वहां उनकी सुनवाई नहीं हुई। कई घंटे इंतजार के बावजूद कोई कार्रवाई न होने पर वे नालागढ़ पुलिस थाने पहुंचे और वहां धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। परिजनों का कहना था कि पुलिस ने शुरू में इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया, जिसके कारण उन्हें सड़क पर उतरना पड़ा। उन्होंने साफ कहा कि जब तक सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, वे धरने से नहीं हटेंगे।
महिला के शव का पोस्टमॉर्टम करवाया जा रहा है, जिसकी रिपोर्ट से मौत के सटीक कारणों का खुलासा होने की उम्मीद है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और अन्य सबूतों के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने न केवल रामपुर गांव, बल्कि पूरे नालागढ़ क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है। स्थानीय लोग और परिजन इस मामले में सच्चाई सामने लाने और दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं।
उधर, यह घटना समाज में नवविवाहिताओं की सुरक्षा और पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया की आवश्यकता को उजागर करती है। परिजनों ने पुलिस प्रशासन से निष्पक्ष और तेज जांच की मांग की है, ताकि नेहा को न्याय मिल सके। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि इस मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और कानून अपना काम करेगा।
डीएसपी नालागढ़ भीष्म ठाकुर के बोल
इस मामले में डीएसपी नालागढ़ भीष्म ठाकुर ने बताया कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने कहा कि 2 अन्य आरोपी अभी फरार हैं, जिनकी तलाश के लिए पुलिस टीमें सक्रिय हैं और जल्द ही उन्हें भी पकड़ लिया जाएगा।
डीएसपी ने स्पष्ट किया कि परिजनों का पुलिस पर कार्रवाई न करने का शक निराधार था, जिसे अब दूर कर दिया गया है। धरना समाप्त करवाने के बाद पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।