शिमला – नितिश पठानियां
सरकार ने अपने वादे के अनुसार एचआरटीसी के ड्राइवर व कंडक्टरों को नाइट ओवरटाइम का 10 करोड़ रुपया खाते में डाल दिया है। शनिवार को शिमला समेत सभी डिपुओं मेंं ड्राइवर व कंडक्टरों को यह पैसा रिलीज कर दिया गया है। इससे इन वर्गों में खुशी की लहर है।
राज्य सरकार से जैसे ही 10 करोड़ की ग्रांट जारी हुई, उसके साथ ही निगम प्रबंधन ने चालक-परिचालकों के खाते में यह राशि डाल दी। मार्च महीने में दूसरी बार रात्रि भत्ते का भुगतान किया गया है। इससे पहले बीते 5 मार्च को रात्रि भत्ता जारी किया गया था। तब उनको 5 करोड़ रुपए की राशि जारी हुई थी, लेकिन इसके बाद भी ड्राइवर व कंडक्टर खुश नहीं थे और हड़ताल पर जाने की चेतावनी दे दी थी।
इसके बाद निगम प्रबंधन ने कर्मचारियों के साथ बैठक कर उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया, लेकिन वह तब भी नहीं माने। एचआरटीसी के उपाध्यक्ष अजय वर्मा ने इसमें हस्तक्षेप किया और लगातार उनसे बातचीत का दौर जारी रखा।
अंत में उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्रिहोत्री ने इन सभी को अपने घर पर बुलाया और उनसे बातचीत करने के साथ 10 करोड़ की राशि जारी करने का ऐलान कर दिया। उनकी प्रोमोशनों व दूसरे मसलों को लेकर एमडी के साथ अलग से बैठक हुई, जिसमें कई मुद्दों को हल करने का आश्वासन मिला है, जिस पर काम भी शुरू कर दिया गया है।
कर्मचारियों की पदोन्नति व नियमितिकरण की मांग भी प्रमुख थी। लंबे समय से चालक परिचालकों की पदोन्नतियां नहीं हो रही हैं। इस पर निगम के प्रबंध निदेशक डा. निपुण जिंदल ने आश्वस्त किया था और अब इस पर काम शुरू हो गया है।बताया जाता है कि एमडी को इस संबंध में फाइल भेज दी गई है। इसमें कुछ परिचालक पदोन्नत होंगे, जिनको चीफ इंस्पेक्टर, इंस्पेक्टर व सब इंस्पेक्टर बनाया जाएगा।
इसके अलावा 31 मार्च को दो साल का कार्यकाल पूरा करने वाले अनुबंध कर्मचारी नियमित होंगे। निगम में अन्य श्रेणी के कर्मचारी पीस मील वर्कर व अन्य जो तय कार्यकाल पूरा कर चुके हैं, उन्हें भी नियमित किया जाएगा। इसको लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
बताया जा रहा है कि इनको 15 अप्रैल से पहले नियमित कर दिया जाएगा। इसके अलावा चालकों को वरिष्ठ चालकों का दर्जा भी दिया जाएगा जिसके मामले भी आगे बढ़ गए हैं। कुल मिलाकर पथ परिवहन निगम के चालक व परिचालक खुश हैं, जिनकी मांगें अब पूरी होनी शुरू हो गई हैं।