ट्रेनिंग के दौरान अध्यापक हुए फूड प्वाइजनिंग का शिकार, 11 अस्पताल में भर्ती।
सोलन – रजनीश ठाकुर
सोलन में ट्रेनिंग पर आए 11 अध्यापक फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए हैं, जिनका क्षेत्रीय अस्पताल में इलाज चला हुआ है। बीमार हुए अध्यापकों में एक महिला भी शामिल है। हालांकि उनकी हालत खतरे से बाहर है।
डाॅक्टरों ने बीमार हुए अध्यापकों के ब्लड सैंपल लिए हैं। अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि यह फूड प्वाइंजिंग खाने से या फिर पीने के पानी से हुई है। ब्लड की रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
यह मामला सामने आने के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारियों के भी हाथ पांव फूल गए हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि जिला शिक्षा ट्रेनिंग संस्थान (डाईट) द्वारा 5 दिनों की यह ट्रेनिंग एक निजी होटल में आयोजित की गई थी।
इस रैजिडैंसियल ट्रेनिंग में जिला के करीब 130 टीजीटी व सी एंड वी टीचर भाग ले रहे हैं। बीमार हुए अध्यापकों की मानें तो पिछले 2-3 दिनों से ही उनकी तबीयत खराब हो रही थी, लेकिन बुधवार को हालत ज्यादा बिगड़ने के कारण उन्हें एम्बुलैंस से तुरंत अस्पातल पहुंचाया गया।
डाॅक्टरों ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उनका तुरंत इलाज शुरू कर दिया। पहले कैज्युलटी में उनका इलाज किया और जब हालत स्थिर हुई तो उन्हें वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया।
एमएस डॉ. एमपी सिंह के बोल
उधर, क्षेत्रीय अस्पताल सोलन के एमएस डॉ. एमपी सिंह ने बताया कि सोलन में ट्रेनिंग के लिए आए 11 अध्यापकों को फूड प्वाइजनिंग हुई है। उनका अस्पताल में इलाज चला हुआ है। सभी की हालत अभी पहले से बेहतर है। फूड प्वाइजनिंग कैसे हुई यह तो ब्लड सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा।