काम पूरा होने में बजट आ रहा आड़े, हर कोई मैदान में फेंक रहा बेकार सामान
ज्वाली – शिवू ठाकुर
उपमंडल ज्वाली के अधीन मिनी सचिवालय जवाली के पास निर्माणाधीन खेल स्टेडियम बजट व ड्राइंग के चक्कर में उलझ कर रह गया है। इसके लिए 60 लाख रुपए का बजट आया था तथा खेल मैदान की खुदाई सहित डंगों के कार्य में 40 लाख रुपए खर्च हो चुके हैं। इसमें निजी भूमि को भी एक्वायर किया जाएगा।
इस खेल स्टेडियम में कितने कोर्ट बनेंगे, यह भी डिसाइड नहीं हो पा रहा है। इसका कार्य पूरा होने में बजट आड़े आ रहा है। कृषि एवं पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार इसके लिए बजट का प्रावधान नहीं करवा पा रहे हैं। इस स्टेडियम के बनने से युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलना था।
मौजूदा समय में खेल स्टेडियम ज्वाली डंपिंग साइट बनकर रह गया है। हर कोई मिट्टी-गाद सहित अन्य फालतू मैटीरियल को मैदान में ही फेंक जाता है। खेल प्रेमियों को इसका निर्माण कार्य पूरा होने का बेसब्री से इंतजार है, लेकिन इसका कार्य कछुआ चाल होने से खेल प्रेमियों में रोष भी है।
खेल प्रेमियों ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, खेल मंत्री व कृषि एवं पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार से मांग की है कि खेल स्टेडियम ज्वाली का निर्माण अतिशीघ्र करवाया जाए। इस खेल स्टेडियम का शिलान्यास वर्ष 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा किया गया था तथा घोषणा भी की थी कि एक साल में इसका कार्य पूरा किया जाएगा परन्तु आठ साल का समय बीत जाने के बाद भी इसका कार्य पूरा नहीं हो पाया है।
लोक निर्माण विभाग जवाली के पास निर्माण हेतु 60 लाख का बजट भी जमा हुआ था। वर्ष 2024 में इस खेल मैदान को समतल बनाने हेतु खुदाई का कार्य शुरू हुआ। एक तरफ डंगे इत्यादि भी लग गए, जिस पर 40 लाख रुपए खर्च हो चुके हैं, अब यह कार्य बंद पड़ा है।
कृषि एवं पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार के बोल
कृषि एवं पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार ने कहा कि खेल स्टेडियम ज्वाली को बढिय़ा बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए बजट भी मुहैया करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जो आज हम पर आरोप लगा रहे हैं, वे खुद बताएं कि पिछले पांच साल कहां सोए हुए थे।
एसडीएम विचित्र सिंह के बोल
एसडीएम ज्वाली विचित्र सिंह ने कहा कि इस खेल स्टेडियम के लिए जगह कम पड़ रही है। अभी इसमें जगह एक्वायर की जाएगी जिसकी प्रोसेस चली हुई है। उसके बाद ही आगे कार्य पूरा होगा।