चम्बा – भूषण गुरुंग
वन विभाग की टीम ने उपमंडल सलूणी में करीब 120 क्विंटल कशमल पकड़ा है। यह कशमल सड़क किनारे व कुछ अन्य स्थानों पर अवैध तरीके से पड़ा हुआ था। तीन ट्रक कशमल को कब्जे में लेने के साथ ही डीएफओ ने आरओ को सभी परमिट बंद करने के आदेश जारी किए हैं। अब वैरिफिकेशन के बाद ही परमिट जारी किए जाएंगे।
वहीं वन विभाग के बीओ कशमला की जांच करेंगे। इसके लिए समयसीमा निर्धारित की है। निर्धारित समय पर जांच पूरी न होने पर बीओ पर भी कार्रवाई की गाज गिर सकती है। जिला चम्बा के चुराह वन मंडल में इन दिनों निजी भूमि से कसमल को उखाड़ने का काम किया जा रहा है, लेकिन इसकी आड़ में कुछ वन माफियाओं ने सरकारी वन भूमि को अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया है और अवैध रूप से कसमल को उखाड़ा जा रहा है।
इस कारण विभाग को बेशकीमती कसमल को सरकारी भूमि से उखाड़ने की कई शिकायतें मिल रही हैं। लगातार मिल रही शिकायतों के बाद डीएफओ चुराह सुशील कुमार की अगुवाई में वन विभाग की टीम ने निरीक्षण अभियान शुरू किया है। विभाग कर्मचारी और अधिकारियों की टीम ने रविवार को चम्बा-सलूणी मार्ग पर धारगला में सड़क किनारे पड़े कशमल को जब्त किया है, इसके बाद सोमवार को विभाग की टीम ने चकोली-हिमगिरी मार्ग पर भड़ेला, लाहरा आदि स्थानों पर कशमल कब्जे में लिया है।
गौरतलब है की निजी भूमि से कसमल को निकालने के लिए वन विभाग की अनुमति ली जाती है। एक निर्धारित अनुपात से कसमल निकाली जाती है, लेकिन सरकारी भूमि से कसमल निकालना अपराध की श्रेणी में आता है। वन विभाग की टीम लगातार ऐसे वन माफियाओं के खिलाफ मुहिम चलाती है और आरोपियों पर कार्रवाई करती है। बावजूद इसके वन माफिया कसमल को अवैध रूप उखाड़ने से बाज नहीं आते हैं।
डीएफओ चुराह, सुशील कुमार के बोल
डीएफओ चुराह, सुशील कुमार ने बताया कि वन विभाग की टीम ने अभियान चलाया है। इस दौरान धारगला, भड़ेला व लाहरा आदि स्थानों पर करीब 120 क्विंटल कशमल की जड़ों को भी जब्त किया है। आरओ को इसकी जांच तक सभी परमिट बंद करने के निर्देश दिए हैं। जांच के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।